शिमला: महाराष्ट्र की कांग्रेस और शिवसेना सरकार के इशारे पर मुंबई महानगर पालिका ने कंगना रनौत के ऑफिस का कुछ हिस्सा ढहा दिया है. जिसे लेकर हिमाचल समेत पूरे देश में विरोध हो रहा है.
हिमाचल विधानसभा में चल रहे मानसून सत्र में भी कंगना का मुद्दा उठा और सत्तापक्ष ने महाराष्ट्र सरकार की ओर से की गई इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई और उन्हें चेतावनी देते हुए कहा है कि हमने चूड़ियां नहीं पहनी है, जो काम वहां की सरकार कर सकती है, वो काम हम भी कर सकते हैं.
कंगना के मुद्दे पर ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए देहरा विधायक होशियार सिंह ने कहा कि कंगना हिमाचल और देश की बेटी है. भारत पूरे विश्व में महिला की सुरक्षा के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन मुंबई में बुधवार को हुई कार्रवाई ने सिर शर्म से झुका दिया. सारे कानून को ताक पर रखकर बीएमसी ने कंगना के ऑफिस को तोड़ा है.
विधायक होशियार सिंह ने कहा कि मुंबई का नाम बाल ठाकरे ने इतना ऊंचा किया था, जिसका एक कारण था कि मुंबई में महिलाओं की सुरक्षा. उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि बाल ठाकरे के जाने से मुंबई में क्या महिलाओं की सुरक्षा कम हो गई? क्यों एक महिला को प्रताड़ित किया जा रहा है. ?
होशियार सिंह ने कहा कि कंगना एक एक बयान पर इतना आग बबूला होने की जरूरत नहीं थी. गुंडागर्दी का जमाना नहीं है. आज जो भी लोग मुंबई गए हैं, उनकी सुरक्षा कि जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार की है. मुंबई में हिमाचल के 25 हजार से ज्यादा परिवार रहते हैं.
विधायक ने कहा कि मैं हमारी सरकार और यहां बैठे कांग्रेसी नेताओं से कि वो वहां पर अपने लिंक ओपन करें और वहां की सरकार को कहें कि हमारे किसी भी नागरिक को कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए.
अगर ऐसा होता है तो हमें पता है क्या करना है, हमारे लिए दिल्ली दूर नहीं है, हमारे लिए चार सौ किलो मीटर है और महाराष्ट्र वालों के लिए दिल्ली 15 सौ किलोमीटर दूर है. जो काम वो कर सकते हैं, वहीं काम हम भी कर सकते हैं. हमने होथों में चूड़ियां नहीं पहनी हैं. ये हमारी और सदन की ओर से महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी है.
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