शिमला: राजधानी शिमला के तहबाजरियों और रिज मैदान के घोड़ा संचालकों को नगर निगम बड़ी राहत देने जा रहा है. निगम ने लॉकडाउन के चलते प्रभावित हुए तहबाजारियों और घोड़ा संचालकों को 7500 राहत राशि देने लिए का प्रस्ताव सरकार को भेजा है.
सोमवार को नगर निगम द्वारा ऑनलाइन मासिक बैठक में ये फैसला लिया गया और अब सरकार से मंजूरी मिलती है तो शहर के हजारो तहबाजरियों और घोड़ा संचालकों को बड़ी राहत मिलेगी.
इसके अलावा शहर में बरसात के दौरान हुए नुकसान और मरम्मत कार्य के लिए 6 करोड़ की राशि को भी बैठक में मंजूरी दी गई है. नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि बैठक में कई अहम फैसले लिए गए.
बारिश के चलते वार्डों में जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के लिए हाउस में 6 करोड़ के एस्टीमेट पास किए गए हैं. 34 वार्डों में जगह-जगह भूस्खलन और पैदल रास्ते खराब हुए है. इस कार्य के लिए निगम इस राशि से नुकसान की भरपाई करेगा.
इसके अलावा यह भी तय किया गया कि नगर निगम तहबाजारियों व घोड़ा संचालकों को मदद देने का प्रस्ताव सरकार को भेजेगा. नगर निगम को तहबाजारियों ने लॉकडाउन के दौरान कारोबार बंद रहने के कारण हर माह 7500 रुपए की मदद देने की गुहार लगाई थी.
इसी तरह रिज पर काम कर रहे घोड़ा संचालकों ने भी 7500 रुपए की मदद मांगी थी. इसे देखते हुए निगम हाउस में इसे मजूरी दी गई है, लेकिन अंतिम मंजूरी के लिए यह मामला सरकार के पास जाएगा. उसके बाद ही इन्हें यह राहत दी जाएगी.
इसके अलावा खलिनी में समुदाए भवन के लिए 18 लाख का एस्टीमेंट पास किया गया है. लोअर भराड़ी वार्ड में जहां टाइलें व रास्तें बनाए जाने थे. इस कार्य के लिए भी 11 लाख की पास किए गए.
वहीं, निगम परिधि में पोस्टर लगाए जाने के लिए भी दस प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है. इससे भी निगम को काफी आए होने की संभावना है. इसी के साथ हाउस में टुटी कंड़ी की पार्किंग के लिए पांच साल के बजाए अब दस साल की लीज पर दिया जाएगा.
बता दें शिमला शहर में 11 सौ के करीब तहबाजारी और रिज मैदान पर 11 घोड़ा संचालक है जिसका काम कोरोना के दौरान पूरी तरह से ठप रहा और ये नगर निगम से राहत की मांग भी कर रहे थे. जिसे देखते हुए नगर निगम इन्हें राहत देने जा रहा है.