शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज छोटा शिमला के सेंट्रल तिब्बतियन स्कूल में नगर निगम चुनाव के लिए परिवार सहित मतदान किया. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ उनकी धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर और दो बेटियां थीं. इस मौके पर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह पहले यहां से पार्षद रहे हैं और तब उनके साथ पोस्टर चिपकाने वाले सुरेंद्र चौहान प्रत्याशी हैं. उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि तब पार्षद बनने के बाद आज यहां पर सीएम बनकर वोट डालने का मौका मिला है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि ईवीएम में उम्मीदवार किस स्थान पर रहेगा. यह चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार होता है. सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है. भाजपा के एमसी चुनाव में छोटा शिमला और कगनाधार में ईवीएम में उम्मीदवारों के क्रमांक बदलने के आरोपों पर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनकी कभी चुनाव आयोग से बात भी नहीं हुई है. भाजपा के सभी आरोप निराधार है. इससे पहले बीजेपी ने कल उन पर संजौली में प्रचार करने का आरोप लगाया था, जबकि वह मंदिर गए थे. उन्होंने भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से कहा कि उनको इस तरह की बात करना शोभा नहीं देता.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वैसे भी शिमला की जनता प्रबुद्ध है और वह जानती है कि किस को वोट देना है. उम्मीदवार किस स्थान पर ईवीएम में है. इससे जनता को कोई लेना देना नहीं है. वोटर ने जिस को वोट देना है उसको ही देगा, फिर चाहे वह किसी भी स्थान पर भी क्यों न हो.
'विधानसभा में एक जगह और नगर निकाय व पंचायत में रहने वाली जगह पर दे सकता है वोट': विधानसभा चुनाव के दौरान नादौन हल्के में वोटिंग के बाद एमसी शिमला के चुनाव में वोट करने पर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कोई भी व्यक्ति विधानसभा के लिए एक जगह वोट कर सकता है. इसी तरह नगर निकाय और पंचायत में जहां व्यक्ति रहता है वहां पर वोट दे सकता है. इस नाते में मैने भी यहां वोट डाला है. उन्होंने पूर्व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की ओर इशारा करते हुए कहा कि भारद्वाज तो कसुंपटी से चुनाव लड़े तो वो उन्होंने छोटा शिमला में क्यों वोट दिया.
कर्नाटक चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे सीएम: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के जाएंगे. सुखविंदर सिंह सुक्खू को इन चुनावों के लिए स्टार प्रचारक बनाया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका चार मई को कर्नाटक जाने का कार्यक्रम है. इसके बाद वह वापस दिल्ली आएगें और वहां केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर हिमाचल के हकों को लेकर बात करेंगे. उन्होंने कहा कि हिमाचल को बीते चालीस सालों से उसके हक नहीं मिले हैं और वह केंद्र सरकार के मंत्रियों से यह मसला उठाएंगे. उन्होंने कहा कि हिमाचल में रेलवे के विस्तार को लेकर वे केंद्रीय मंत्री से भी मिलेंगे. इस दौरान उनके साथ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
'हरियाणा पैसा लेकर हिमाचल से पानी लेना चाहता है तो कोई आपत्ति नहीं': हरियाणा को पानी देने के मसले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी का दान सबसे बड़ा पुण्य होता है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बीते दिनों चंडीगढ़ में उनके साथ हुई बैठक में यह प्रस्ताव रखा था. उन्होंने कहा कि हरियाणा को पानी देने से अगर हमारी आय हो रही है, तो इस दिशा में आगे बढ़ा जाएगा. अगर हरियाणा पैसा लेकर पानी लेना चाहते हैं तो हिमाचल को इसको कोई आपत्ति नहीं है.
छोटा शिमला ढाबे में चाय पीकर पुरानी यादें की ताजा: मुख्यमंत्री ने मतदान के बाद छोटा शिमला में अपनी धर्मपत्नी के साथ एक ढाबे में चाय पी. मुख्यमंत्री ने स्टील के गिलास में चाय पी. मुख्यमंत्री अपने कॉलेज के दिनों में चाय पिया करते थे. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कॉलेज समय जब वह अध्यक्ष के चुनाव जब लड़ते थे तो यहां दोस्तों के साथ चाय पीते थे. अक्सर यहां बैठकर युवावस्था में चाय और अन्य व्यंजन खाते थे. उन्होंने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा कि यहां ती नमकीन अच्छी होती थी, उसमें मूंगफली डाली होती थी. सेवियों के साथ चाय पीने का तब अपना ही अलग मजा था. एक सवाल के जवाब में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह सीएम बनकर यहां चाय पिएंगे. इस दौरान उनके साथ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधायक नीरज नैयर, छोटा शिमला से प्रत्याशी सुरेंद्र चौहान सहित अन्य कार्यकर्ता उनके साथ मौजूद थे.
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