शिमलाः पहाड़ों की रानी शिमला को ट्रैफिक जाम और प्रदूषण को कम करने के लिए इटली की कंपनी नगर निगम के साथ काम मिलकर काम करेगी. इको लॉजस्टिक प्रोजेक्ट के तहत शिमला सहित देश भर में तीन शहरों का विदेशी कंपनी ने चयन किया है.
प्रोजेक्ट के तहत विदेशी कंपनी सर्वे के जरिए एमसी शिमला को बताएगी कि शहर में आने वाले मालवाहक वाहनों से प्रदूषण और ट्रैफिक सहित कौन सी समस्याएं आती हैं. शहर के किन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समया है इसे लेकर सर्वे करेगी. कंपनी स्टेक होल्डर के साथ-साथ आम लोगों से समस्या से निपटने के लिए सुझाव लेकर प्लान तैयार करेगी.
इस प्रोजेक्ट में नगर निगम के अलावा ट्रैफिक पुलिस और जिला प्रशासन को भी शामिल किया जाएगा. बाहरी राज्यों से माल वाहक वाहन शहर में कम से कम आ सकें इसके लिए बड़े काराोबारियों को अपने स्टोर रूम बाहर बनाने का सुझाव दिया जाएगा.
पूरे प्रोजेक्ट को लेकर नगर निगम के साथ इटली की कंपनी के अधिकारियों ने बैठक की है. जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर कंपनी कार्य भी शुरू करेगी. ये सारा प्रोजेक्ट विदेशी कंपनी से फंडिड होगा और इसके लिए कर्मचारी भी कंपनी नगर निगम को मुहैया करवाएगी.
नगर निगम महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि प्रदूषण से दिल्ली जैसे हालात शिमला के न हो इसके लिए विदेशी कंपनी के साथ मिल कर काम किया जा रहा है.इटली की यह कंपनी शहर में प्रदूषण को कम करने के साथ शहर में ट्रैफिक समस्या से भी निजात दिलाने के लिए सुझाव देगी.
शिमला शहर शुद्ध आवो-हवा के लिए पूरी दुनिया मे जाना जाता है. वैसे अभी यहां प्रदूषण की समस्या नहीं है, लेकिन आने वाले समय मे दिल्ली की तरह शिमला का हाल न हो और आने वाली पीढ़ी को इस समस्या से ना जूझना पड़े इसके लिए अभी से प्रयास किए जाने चाहिए.