सोलन: मुख्य शहर के मालरोड पर रविवार को एक मेडिकल स्टोर में भीषण आग लग गई. यह हादसा शाम करीब पांच बजे घटित हुआ. आग माल रोड पर एक मेडिकल शॉप में लगी थी. अग्निशमन विभाग और स्थानीय लोगों की कड़ी मशक्कत के बाद इस आग पर काबू पाया गया.
इस अग्निकांड में लाखों रुपये के नुकसान बताया जा रहा है, हालांकि प्रशासन कुल नुकसान का आकलन कर रहा है. जानकारी के मुताबिक रविवार को यह दुकान बंद थी और अचानक यहां से धुआं निकलना शुरू हुआ. धुंआ निकलता देख आसपास के लोगों ने इसकी सूचना मेडिकल स्टोर मालिक को दी और फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया गया.
फायर ब्रिगेड जब मौके पर पहुंची तो उस समय तक आग काफी ज्यादा भड़क चुकी थी. माल रोड पर दूर-दूर तक आग से निकलने वाली लपटें और धुआं ही नजर आ रहा था. फायर ब्रिगेड ने करीब तीन घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक दूकान के अंदर रखी लाखों की कीमती दवाइयां व अन्य उपकरण जलकर राख हो गए.
मौके पर नहीं चले हाइट्रेंट
फायर ब्रिगेड की गाड़ियां समय रहते पहुंच गई थी, लेकिन शहर के बीच हुए इस हादसे में दमकल विभाग की तैयारियों की पोल भी खुली है. यहां आवश्यकता पड़ने पर भी आपात स्थिति के लिए बनाए गए फायर हाइड्रेंट नहीं चले. ऐसा इससे पहले भी कई बार हो चुका है जब आपात स्थिति में फायर हाइड्रेंट काम नहीं आते.
क्या बोले डीसी केसी चमन ?
वहीं, मौके का जायजा लेने खुद पहुंचे डीसी सोलन केसी चमन ने कहा कि आग लगना जांच का विषय है, उन्होंने कहा कि मेडिकल शॉप होने के कारण काफी मात्रा में दुकान में सेनिटाइजर था जिस कारण आग जल्दी भड़की.
उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें आग लगने की सूचना मिली इस बारे में होना आईपीएच और फायर विभाग को निर्देश दे दिए थे वे कि जल्द से जल्द मौके पर पहुंचकर आग को बुझाने का कार्य शुरू किया जाए.
हाइड्रेंट की स्थिति सुधारने के लिए निर्देश जारी
डीसी ने कहा कि मेडिकल शॉप के साथ ही गैस के सिलेंडर भी दुकान में मौजूद थे, लेकिन लोगों द्वारा उसे बाहर निकाला गया जिस कारण आग नहीं भड़क पाई, उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा शक्ति विभाग को भी इस बारे में बता दिया गया था जिस कारण पानी की कमी आग बुझाने के लिए नहीं होने दी गई, हालांकि मौके पर हाइड्रेंट खराब था उसकी वजह से थोड़ी बहुत देरी हुई है उसको सुधारा जाएगा.
वहीं, डीसी सोलन के सी चमन ने कहा कि मेडिकल शॉप के साथ ही गैस सिलेंडर एजेंसी भी है उन्होंने कहा कि इस बारे में भी विचार किया जाएगा कि शहर में कहीं भी भरे हुए सिलेंडर की स्टोरेज ना की जाए.
अग्निकांड में हुआ लाखों का नुकसान
फायर ब्रिगेड के प्रभारी राजा राम ने कहा कि उन्हें करीब पांच बजे आग की सूचना मिली थी. इसके बाद मौके पर एक के बाद एक करीब पांच वाहन पहुंचे और आग पर काबू पाया गया. इस दौरान स्थानीय लोगों की मदद भी मिली और कुछ सामान को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. इस हादसे में करोड़ों की संपत्ति को नुकसान से बचाया गया है, जबकि लाखों रुपये का नुकसान भी हुआ है.
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