शिमला: शिमला के लिए गिरि पेयजल परियोजना की मेन पाइप लाइन टूटने से शहर में पानी का संकट गहरा गया है. सोमवार को शहर के अधिकतर क्षेत्रों में पानी नहीं आया है. गिरि परियोजना से शिमला शहर के लिए रोजाना करीब 20 एमएलडी पानी की सप्लाई होती है.
वहीं, मशोबरा भेखल्टी रोड पर डाक बंगला के पास रविवार को पहाड़ी और सड़क धंसने से गिरि की 18 इंच की मेन पाइप लाइन टूट गई. इससे पेयजल लाइन का एक बड़ा हिस्सा भी टूटकर मलबे में दब गया, जिससे पानी की सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई. जल निगम पानी की पाइप को दुरुस्त करने में जुटा है, लेकिन 25 मीटर का हिस्सा टूट गया है. इसे बनाने में करीब तीन से चार दिन का समय लगेगा.
सोमवार को जल निगम के एमडी धर्मेंद्र गिल और एक्सईन विजय गुप्ता मौके पर पहुंचे और इस पाइप लाइन को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए. शहर में कुछ दिन पानी की किल्लत से लोगों को जूझना पड़ रहा है. जल प्रबंधन निगम की ओर से एक दिन छोड़ कर पानी की सप्लाई की जा रही है.
जल प्रबंधन निगम के एसडीओ महबूब शेख का कहना है कि रविवार को मशोबरा भेखल्टी सड़क पर गिरी मेन पाइप लाइन लैंड स्लाइड होने से टूट गई. पेयजल लाइन की मरम्मत के लिए काफी खुदाई करनी पड़ेगी, जिसमें दो दिन लग सकते हैं. उन्होंने कहा कि शहर में पानी का कोई संकट नहीं है और आज कुछ क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की गई और अन्य क्षेत्र में जहां आज सप्लाई नहीं की गई वहां मंगलवार को पानी की सप्लाई दी जाएगी.
पेयजल कंपनी का दावा है कि गिरि से सप्लाई ठप्प होने के बावजूद बाकी परियोजनाओं से सप्लाई बढ़ाई जाएगी. सोमवार को 36 एमएलडी पानी शहर तक पहुंच पाया है. शहर को रोजाना 48 से 50 एमएलडी तक पानी की जरूरत रहती है. शहर में एक दिन छोड़ कर पानी मिल रहा है. शहरवासियों को आगामी चार दिन तक पानी के संकट से जूझना पड़ सकता है.
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