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हिमाचल में बारिश का कहर, 306 करोड़ से अधिक का नुकसान, मरने वालों का आंकड़ा 38

हिमाचल प्रदेश में बारिश से अब तक 306 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. वहीं, मरने वालों का आंकड़ा भी 38 पहुंच गया है. पढ़ें पूरी खबर... (rain in himachal).

rain in himachal
हिमाचल में बारिश का कहर
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Published : Jul 5, 2023, 10:25 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश सड़क, पानी की परियोजनाओं सहित निजी संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचा रही है. मानसून शुरू होने से अब तक प्रदेश में 306 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है. बरसात में मरने वालों का आंकड़ा भी 38 तक पहुंच गया है, जबकि 70 अन्य घायल हुए हैं. बारिश में 353 भेड़-बकरियों और पशुओं की जानें भी गई हैं. प्रदेश में अब तक बारिश से 306 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. सरकारी संपत्तियों को भारी क्षति अबकी बार हुई है. राज्य में सबसे अधिक 152.42 करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है. प्रदेश में कई सड़कों और पुलों को भारी नुकसान पहुंचा है. लगातार हो रही बारिश सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 38 सड़कें बारिश के बाद आए भूस्खलन से अवरूद्ध हो गईं हैं. इनमें 11 सड़कें लोक निर्माण विभाग के शिमला जोन के तहत हैं.

मंडी जोन के तहत भी 6 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. कांगड़ा जोन के तहत 9 सड़कें और हमीरपुर जोन के तहत 12 सड़कें अभी भी अवरुद्ध हो गई हैं. सड़कें बंद होने से इन इलाकों में लोगों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश में भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को भी भारी क्षति हुई है. विभाग को 123 करोड़ का नुकसान अभी तक आंका गया है. जल शक्ति विभाग की 1956 परियोजनाएं बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है, जिनमें 1624 पेयजल परियोजनाएं है. विभाग ने सभी पेयजल परियोजनाओं को अस्थाई तौर पर बहाल कर दिया हैं. प्रदेश में सिंचाई की भी 295 परियोजनाएं, सीवरेज की 27 व 10 अन्य परियोजनाओं को भी भारी क्षति बारिश ने पहुंचाई हैं. इनको दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है. बारिश से प्रदेश में सेब व अन्य फलों को भी करीब 26 करोड़ का नुकसान हुआ है. बिजली बोर्ड को भी भारी क्षति हुई हैं. राज्य में बिजली की लाइनों, खंभों के साथ-साथ ट्रांसफार्मरों को भी बारिश से क्षति पहुंची है. प्रदेश में करीब 92 लाख का नुकसान बिजली बोर्ड को आंका गया है. इसके अलावा शहरी विकास विभाग को भी 38 लाख को नुकसान हुआ है.

बारिश में 57 मकानों को क्षति, 24 गौशालाएं भी ढहीं: प्रदेश में हुई भारी बारिश से घरों और गौशालाओं को भी क्षति पहुंची है. प्रदेश में अब तक 57 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 7 मकान पूरी तरह से जबकि 50 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनके अलावा 6 दुकानों को भी बारिश से क्षति हुई है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 24 गौशालाएं भी भारी बारिश में ढह गई हैं.

बरसात में अब तक 38 लोगों की मौत, 70 घायल: मानसून की बारिश से भारी जानी नुकसान भी हो रहा है. प्रदेश में बारिश में अब तक 38 लोगों की जानें गई हैं. इनमें शिमला जिला में सबसे अधिक 11 लोगों की मौत हुई है. चंबा जिला में 7 लोगों की जबकि कुल्लू में 5 लोगों की मौत हुई है. हमीरपुर में 4 लोगों और सोलन में 3 लोगों की मौत बरसात में हुई है. मंडी और सिरमौर में 2-2 लोगों की मौत हुई है जबकि बिलासपुर, कांगड़ा, किन्नौर और ऊना में एक-एक लोगों की मौत हुई हैं. इसके अलावा अब तक 70 लोग भी घायल हुए हैं जबकि 353 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत भी अब तक बारिश में हुई है.

ये भी पढ़ें- Himachal Pradesh: ऊना में तिनके की तरह बही स्कॉर्पियो कार, भारी बारिश से घर और खेतों में जलभराव

शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश सड़क, पानी की परियोजनाओं सहित निजी संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचा रही है. मानसून शुरू होने से अब तक प्रदेश में 306 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है. बरसात में मरने वालों का आंकड़ा भी 38 तक पहुंच गया है, जबकि 70 अन्य घायल हुए हैं. बारिश में 353 भेड़-बकरियों और पशुओं की जानें भी गई हैं. प्रदेश में अब तक बारिश से 306 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. सरकारी संपत्तियों को भारी क्षति अबकी बार हुई है. राज्य में सबसे अधिक 152.42 करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है. प्रदेश में कई सड़कों और पुलों को भारी नुकसान पहुंचा है. लगातार हो रही बारिश सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 38 सड़कें बारिश के बाद आए भूस्खलन से अवरूद्ध हो गईं हैं. इनमें 11 सड़कें लोक निर्माण विभाग के शिमला जोन के तहत हैं.

मंडी जोन के तहत भी 6 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. कांगड़ा जोन के तहत 9 सड़कें और हमीरपुर जोन के तहत 12 सड़कें अभी भी अवरुद्ध हो गई हैं. सड़कें बंद होने से इन इलाकों में लोगों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश में भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को भी भारी क्षति हुई है. विभाग को 123 करोड़ का नुकसान अभी तक आंका गया है. जल शक्ति विभाग की 1956 परियोजनाएं बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है, जिनमें 1624 पेयजल परियोजनाएं है. विभाग ने सभी पेयजल परियोजनाओं को अस्थाई तौर पर बहाल कर दिया हैं. प्रदेश में सिंचाई की भी 295 परियोजनाएं, सीवरेज की 27 व 10 अन्य परियोजनाओं को भी भारी क्षति बारिश ने पहुंचाई हैं. इनको दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है. बारिश से प्रदेश में सेब व अन्य फलों को भी करीब 26 करोड़ का नुकसान हुआ है. बिजली बोर्ड को भी भारी क्षति हुई हैं. राज्य में बिजली की लाइनों, खंभों के साथ-साथ ट्रांसफार्मरों को भी बारिश से क्षति पहुंची है. प्रदेश में करीब 92 लाख का नुकसान बिजली बोर्ड को आंका गया है. इसके अलावा शहरी विकास विभाग को भी 38 लाख को नुकसान हुआ है.

बारिश में 57 मकानों को क्षति, 24 गौशालाएं भी ढहीं: प्रदेश में हुई भारी बारिश से घरों और गौशालाओं को भी क्षति पहुंची है. प्रदेश में अब तक 57 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 7 मकान पूरी तरह से जबकि 50 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनके अलावा 6 दुकानों को भी बारिश से क्षति हुई है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 24 गौशालाएं भी भारी बारिश में ढह गई हैं.

बरसात में अब तक 38 लोगों की मौत, 70 घायल: मानसून की बारिश से भारी जानी नुकसान भी हो रहा है. प्रदेश में बारिश में अब तक 38 लोगों की जानें गई हैं. इनमें शिमला जिला में सबसे अधिक 11 लोगों की मौत हुई है. चंबा जिला में 7 लोगों की जबकि कुल्लू में 5 लोगों की मौत हुई है. हमीरपुर में 4 लोगों और सोलन में 3 लोगों की मौत बरसात में हुई है. मंडी और सिरमौर में 2-2 लोगों की मौत हुई है जबकि बिलासपुर, कांगड़ा, किन्नौर और ऊना में एक-एक लोगों की मौत हुई हैं. इसके अलावा अब तक 70 लोग भी घायल हुए हैं जबकि 353 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत भी अब तक बारिश में हुई है.

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