शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार को अपना चौथा बजट पेश किया. इस बजट में कहीं नई योजनाएं शुरू करने की घोषणाएं की गई हैं और हर वर्ग को लुभाने की कोशिश की गई, लेकिन विपक्ष ने इसे निराशाजनक करार दिया है.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कर्ज की बैसाखियों से सरकार चलेगी, लेकिन बजट में इसका जिक्र तक नहीं है. हर क्षेत्र में घाटा है. आर्थिक सर्वेक्षण में ही साफ हो गया था कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति बिगड़ी हुई है.
'महंगाई आसमान छू रही है'
उन्होंने कहा कि महंगाई आसमान छू रही है, पेट्रोल-डीजल कीमतें सबसे ऊंचे स्तर पर है. इसका बजट में जिक्र तक नहीं किया गया और न वैट कम करने की बात कही गई है. 30 हजार नौकरियों को चोर दरवाजे से भरने का खाका तैयार किया. सरकार का वित्तीय प्रबंधन शून्य है.
उन्होंने कहा है कि घाटे से उभरने के लिए बजट में कुछ भी नहीं है. महज आकड़ों को दर्शाकर केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रदेश के बजट में शामिल कर लोगों को लुभाने का असफल प्रयास किया गया है. मुकेश ने कहा कि प्रदेश में टैक्स फ्री बजट पेश करने की रिवायत शुरू हो गई.
'सरकार बाद में टैक्स नहीं लगाएगी इसका जिक्र नहीं किया'
बजट को टैक्स फ्री तो बताया गया है, लेकिन ये सरकार बाद में टैक्स नहीं लगाएगी इसका जिक्र नहीं किया है. मुकेश ने आरोप लगाया कि सरकार ने प्रदेश की वित्तीय स्थिति को इस डॉक्यूमेंट बजट में छुपाया गया है. सरकार हर महीने कर्ज पर कर्ज ले रही है और प्रदेश को कर्ज के बोझ तले दबाया जा रहा है.
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