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प्रदेश में चारों तरफ मौत का मंजर, कोरोना से निपटने के लिए रणनीति बताए सरकार: मुकेश अग्निहोत्री

हिमाचल में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम सरकार पर जमकर निशाना साधा है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस बेकाबू हो गया है और सरकार के पास इससे निपटने में कोई रणनीति नजर नहीं आ रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी ओर से कोई फैसले नहीं ले रही बल्कि केंद्र सरकार द्वारा जारी पैसों का ही इंतजार कर रही है

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Published : May 4, 2021, 7:12 PM IST

Updated : May 4, 2021, 7:23 PM IST

mukesh agnihotri.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री

शिमला: प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार को लकीर का फकीर और कोरोना से निपटने में नाकाम करार दिया है. साथ ही मुख्यमंत्री से कोरोना से निपटने के लिए क्या रणनीति है उसका खुलासा करने की मांग की.

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में चारों तरफ मौत का मंजर ही दिखाई दे रहा है और यह सरकार बेबस और लाचार नजर आ रही है. प्रदेश में कोरोना वायरस बेकाबू हो गया है और सरकार के पास इससे निपटने में कोई रणनीति नजर नहीं आ रही है. प्रदेश में एक लाख से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं और अभी 21 हजार से अधिक एक्टिव केस हो गए हैं. बीते दिन एक ही दिन में 4200 के मामले सामने आए हैं और अब तक 16 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है.

वीडियो.

मुकेश अग्निहोत्री का सरकार पर गंभीर आरोप

अग्निहोत्री ने कहा कि ऐसा लगा कि प्रदेश कोरोना के आगे बेबस और लाचार हो गई है. हर व्यक्ति के माथे पर चिंता की लकीरें दिख रही है देश की सबसे बड़ी अदालत ने भी कोरोना से निपटने के लिए सरकार से रणनीति के बारे में स्पष्ट करने को कहा है. प्रदेश में सरकार ने 18 वर्ष के ऊपर के लोगों को कोरोना का टीका 2 मई से लगाने का ऐलान किया था लेकिन अब यह सरकार टीका नहीं लगा रही है. केवल विधायकों को बेटों और नेताओं के बच्चों को ही टीके लगाए जा रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश में बॉक्सिंग की क्या स्थिति और कब तक प्रदेश के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जाएगी उसको लेकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा.

सरकार से मांग

अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार से प्रदेश के सभी मीडियाकर्मियों को भी वैक्सीन लगाने की सलाह दी और कहा कि मीडिया कर्मी अस्पतालों के साथ हर जगह रिपोर्टिंग के लिए पहुंच रहे हैं ऐसे में उनके संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है. प्रदेश सरकार का दायित्व बनता है कि प्रदेश के सभी लोगों के जीवन की जिम्मेदारी उनकी है और प्रदेश में जितने भी मीडियाकर्मी हैं उनको टीका लगाया जाए. वहीं, मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में लॉकडाउन लगाने के सवाल पर कहा कि यह फैसला सरकार को लेना है यदि सरकार लॉकडाउन लगाती है तो प्रदेश के गरीब तबके के लोगों का ध्यान रखना चाहिए और उनके खातों में बाकायदा पहले से ही पैसे डालने चाहिए ताकि उन्हें किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े.

लकीर की फकीर बन गई सरकार- मुकेश अग्निहोत्री

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह सरकार लकीर की फकीर सरकार बन कर रह गई है. प्रदेश सरकार अपनी ओर से कोई फैसले नहीं ले रही बल्कि केंद्र सरकार द्वारा जारी पैसों का ही इंतजार कर रही है जबकि अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री खुद फैसले दे रहे हैं लेकिन यह सरकार दिल्ली की तरफ नजरें ताकती रहती है. वहां से आदेश आते हैं उसी को लागू किया जाता है.

ये भी पढ़ें- फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर पाई डाक विभाग में नौकरी, पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच

अस्पतालों में नहीं है सुविधा- मुकेश अग्निहोत्री

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में अव्यवस्था का माहौल बना हुआ है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था नहीं है. सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में अब कोविड-वार्ड फुल हैं. मरीजों को दाखिल करने की व्यवस्था तक नहीं है. कई जगह मेडिकल स्टाफ तक नहीं है. सरकार मेकशिफ्ट अस्पताल बना रही है लेकिन उनके लिए डॉक्टरों की क्या व्यवस्था है उसके बारे में जनता को बताना चाहिए.

ये भी पढ़ें: कंगना का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड, पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर लगातार कर रहीं थी ट्वीट

शिमला: प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार को लकीर का फकीर और कोरोना से निपटने में नाकाम करार दिया है. साथ ही मुख्यमंत्री से कोरोना से निपटने के लिए क्या रणनीति है उसका खुलासा करने की मांग की.

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में चारों तरफ मौत का मंजर ही दिखाई दे रहा है और यह सरकार बेबस और लाचार नजर आ रही है. प्रदेश में कोरोना वायरस बेकाबू हो गया है और सरकार के पास इससे निपटने में कोई रणनीति नजर नहीं आ रही है. प्रदेश में एक लाख से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं और अभी 21 हजार से अधिक एक्टिव केस हो गए हैं. बीते दिन एक ही दिन में 4200 के मामले सामने आए हैं और अब तक 16 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है.

वीडियो.

मुकेश अग्निहोत्री का सरकार पर गंभीर आरोप

अग्निहोत्री ने कहा कि ऐसा लगा कि प्रदेश कोरोना के आगे बेबस और लाचार हो गई है. हर व्यक्ति के माथे पर चिंता की लकीरें दिख रही है देश की सबसे बड़ी अदालत ने भी कोरोना से निपटने के लिए सरकार से रणनीति के बारे में स्पष्ट करने को कहा है. प्रदेश में सरकार ने 18 वर्ष के ऊपर के लोगों को कोरोना का टीका 2 मई से लगाने का ऐलान किया था लेकिन अब यह सरकार टीका नहीं लगा रही है. केवल विधायकों को बेटों और नेताओं के बच्चों को ही टीके लगाए जा रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रदेश में बॉक्सिंग की क्या स्थिति और कब तक प्रदेश के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जाएगी उसको लेकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा.

सरकार से मांग

अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार से प्रदेश के सभी मीडियाकर्मियों को भी वैक्सीन लगाने की सलाह दी और कहा कि मीडिया कर्मी अस्पतालों के साथ हर जगह रिपोर्टिंग के लिए पहुंच रहे हैं ऐसे में उनके संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है. प्रदेश सरकार का दायित्व बनता है कि प्रदेश के सभी लोगों के जीवन की जिम्मेदारी उनकी है और प्रदेश में जितने भी मीडियाकर्मी हैं उनको टीका लगाया जाए. वहीं, मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में लॉकडाउन लगाने के सवाल पर कहा कि यह फैसला सरकार को लेना है यदि सरकार लॉकडाउन लगाती है तो प्रदेश के गरीब तबके के लोगों का ध्यान रखना चाहिए और उनके खातों में बाकायदा पहले से ही पैसे डालने चाहिए ताकि उन्हें किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े.

लकीर की फकीर बन गई सरकार- मुकेश अग्निहोत्री

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह सरकार लकीर की फकीर सरकार बन कर रह गई है. प्रदेश सरकार अपनी ओर से कोई फैसले नहीं ले रही बल्कि केंद्र सरकार द्वारा जारी पैसों का ही इंतजार कर रही है जबकि अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री खुद फैसले दे रहे हैं लेकिन यह सरकार दिल्ली की तरफ नजरें ताकती रहती है. वहां से आदेश आते हैं उसी को लागू किया जाता है.

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अस्पतालों में नहीं है सुविधा- मुकेश अग्निहोत्री

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में अव्यवस्था का माहौल बना हुआ है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था नहीं है. सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में अब कोविड-वार्ड फुल हैं. मरीजों को दाखिल करने की व्यवस्था तक नहीं है. कई जगह मेडिकल स्टाफ तक नहीं है. सरकार मेकशिफ्ट अस्पताल बना रही है लेकिन उनके लिए डॉक्टरों की क्या व्यवस्था है उसके बारे में जनता को बताना चाहिए.

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Last Updated : May 4, 2021, 7:23 PM IST
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