शिमला: हिमाचल कांग्रेस ने प्रदेश और केंद्र सरकार को बागवानी विरोधी करार दिया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सोमवार को भाजपा पर ताबड़तोड़ हमले किए. उन्होंने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर बागवान और युवा विरोधी होने के आरोप लगाया.
पीसीसी चीफ ने कहा कि भाजपा ने सेब बागवानों के हित में कई घोषणाएं की थी, लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी इस दिशा में कुछ नहीं हुआ है. भाजपा ने केवल सेब बागवानों की भावनाओं को छला है बल्कि उनके हितों से खिलवाड़ भी किया है.
कुलदीप राठौर ने कहा कि विदेशी सेब को देश में आने से रोकने के लिए नरेंद्र मोदी ने 2014 में सोलन में एक जनसभा में घोषणा की थी कि उनकी सरकार बनने पर सेब पर आयात शुल्क को बढ़ाया जाएगा. प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि सेब के आयात शुल्क को 100 फीसदी कर दिया जाएगा, लेकिन पांच साल बीत गए और अभी तक इसमें एक फीसदी की भी बढ़ोतरी नहीं हुई. उल्टे देश के बंदरगाह विदेश सेब के लिए खोल दिए गए. इससे सेब बागवानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा का अगर इतिहास देखें तो ये सेब बागवान विरोधी रहा है. पूर्व सीएम शांता कुमार के कार्यकाल में सेब बागवानों पर गोलियां चलाई गई थीं और इसमें तीन बागवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. अब की भाजपा सरकार भी सेब बागवान विरोधी कार्य ही कर रही है.
कुलदीप राठौर ने आरोप लगाया कि राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार का रवैया भी बागवान विरोधी है. उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने 1134 करोड़ रुपये का विश्व बैंक पोषित प्रोजेक्ट स्वीकृत किया था, लेकिन भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट का ही बंटाधार कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने वाले अफसर को भाजपा सरकार ने इससे अलग कर दिया और ये प्रोजक्ट खटाई में पड़ गया है. राठौर ने मौजूदा बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह को सेब बागवान विरोधी करार देते हुए कहा कि उन्होंने आखिर उस अफसर को इस प्रोजेक्ट से क्यों हटाया है, जो इस पर गंभीरता से कार्य कर रहे थे.
पीसीसी चीफ ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने गुम्मा में स्थापित सेब काटून फैक्ट्री को बंद कर कौड़ियों के भाव बेच दिया. इससे बागवानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सेब उत्पादक इलाकों की सड़कों की हालत दयनीय बनी है और इस तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है. दो महीने बाद सेब सीजन शुरू हो जाएगा, लेकिन सड़कों की ओर सरकार का ध्यान ही नहीं है, जहां सरकार को ज्यादा फोकस करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हर साल युवाओं को दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन उसे एक भी बार पूरा नहीं किया है.