किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर अपनी संस्कृति के साथ-साथ बनावटी कीमती धातुओं के बर्तनों के लिए भी मशहूर है. किन्नौर महोत्सव मेले को देखते हुए रिकांगपिओ के बाजारों में किन्नौरी खानपान व यहां बने धातु के बर्तनों की सबसे अधिक मांग है, जिसे किन्नौर के हर रसोई में प्रयोग किया जाता है.
इन बर्तनों में दोनगबो, जिसका इस्तेमाल नमकीन चाय बनाने के लिए होता है शामिल है. इस बर्तन में चाय को डालकर हिलाया जाता है, जिससे चाय का असली स्वाद तैयार होता है. इस बर्तन में लकड़ी व बाहर तांबा और कांसे की धातु लगी होती है.
इसी तरह आरबो, ढिग, तिबानीनग, किन्नौरी थर्मस, किन्नौरी व तिबतीयन नक्काशी से बने चाय के कप और कई तरह के बर्तन देखने को मिल रहे हैं, जिनकी कीमत बाजारों में काफी महंगी होती है.
बता दें कि किन्नौर के बाजार में इन बर्तनों की भी खूब बिक्री हो रही है. इन बर्तनों की महंगी कीमत होने के साथ बनावट व गुणवत्ता भी काफी अच्छी होती है. जिस वजह से बर्तनों की कीमत काफी महंगी होती है और लोग इन बर्तनों में खाना पीना व घर में रखना धनलाभ की प्राप्ति मानते है.