शिमला: कांगड़ा जिले में ज्वालामुखी के खुंडिया के साथ लगते नुकेड़ खड्ड में अवैध खनन के दौरान पुलिस पर हमले को लेकर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में सभी तरह के माफिया एक्टिव हैं. यह माफिया इतना बेखौफ हो गए हैं कि अब पुलिस पर भी हमला कर रहे हैं. जिससे ये सवाल उठता है कि आखिर किस तरह के ताकतवर लोगों का संरक्षण इन्हें प्राप्त है. मुख्यमंत्री को सामने आकर प्रदेश को यह बताना चाहिए कि आखिर गुंडातंत्र कैसे पुलिस प्रशासन को काबू करना चाह रहा है.
जयराम का कांग्रेस सरकार पर निशाना: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस समय नदी नाले उफान पर हैं, इसलिए नदी नालों के पास भी जाने की मनाही हैं. मगर खनन माफिया इसी समय का फायदा उठाकर नदियों में अवैध रूप से खनन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी के खुंडिया के साथ लगते नुकेड़ खड्ड में माफिया अवैध खनन कर रहे थे. जब पुलिस ने उन्हें रोका तो खनन माफियाओं ने पलटकर पुलिस पर ही हमला कर दिया. प्रदेश में माफियाओं का इस तरह से बेखौफ और बेलगाम होना गंभीर चिंता का विषय है.
माफियाओं को संरक्षण देने के लगाए आरोप: जयराम ठाकुर ने कहा कि इस आपदा के समय में प्रदेश सरकार को खनन माफियाओं को आश्रय देने के बजाय आपदा प्रभावितों की मदद करनी चाहिए, क्योंकि आपदा को दो हफ्ते बीत गए हैं, लेकिन आपदा प्रभावितों की स्थिति अभी तक सही नहीं है. हजारों की संख्या में ऐसे लोग हैं, जिन्हें अब तक पीने का साफ पानी नहीं मिल पाया है. वह बारिश के पानी के भरोसे हैं. बाकी सुविधाएं आपदा पीड़ितों को मिलना तो बड़ी दूर की बात है.
सुक्खू सरकार से मांगा जयराम ने जवाब: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार को जवाब देना चाहिए कि प्रदेश में खनन माफियाओं को किसका संरक्षण मिल रहा है. यदि यह माफिया पुलिस पर हमला करने से नहीं डर रहे हैं तो इसका मतलब उनकी पहुंच और ऊपर तक होगी. उन्होंने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं हैं. इसके पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं, जब खनन माफियाओं ने सरेआम गोलीबारी की है. नालागढ़ में भी इसी तरह की घटना हुई हैं.
'माफियाओं के कारण आतंक का माहौल': जयराम ठाकुर ने कहा कि सबसे चिंता की बात यह है कि यह प्रदेश की एक जगह की बात नहीं हैं. पूरे प्रदेश का यही हाल है. खनन कारियों ने हर ओर आतंक का माहौल बनाया हुआ है. उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया कि इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाई जाए, क्योंकि यह देवभूमि की संस्कृति नहीं है. उन्होंने कहा कि अब वह नेता कहां हैं, जिन्होंने पिछले पांच सालों में सिर्फ और सिर्फ खनन के मुद्दे पर अपनी राजनीति चमकानी चाही. उन्हें भी जवाब देना चाहिए कि आज खनन माफियाओं की अराजकता पर उनकी खामोशी के क्या कारण हैं.
'मंत्रियों को समझनी चाहिए हकीकत': नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले भी सरकार के ही कुछ लोग अवैध खनन के मुद्दे पर अपनी सरकार को ही घेर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार लोग खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह प्रदेश में किसी भी तरह के अवैध खनन होने की बात से ही मना कर देते हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि मंत्रियों को अवैध खनन की हकीकत समझनी चाहिए और उससे नजरे फेरने के बजाय अवैध खनन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.