शिमला: दिल्ली दौरे को लेकर राकेश पठानिया ने कहा कि मंत्री बनने के बाद बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से यह उनकी पहली मुलाकात थी. पठानिया ने कहा कि कोरोना संकट के कारण इससे पहले वह दिल्ली नहीं जा पाए थे. पहले उनके निजी सहायक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई उसके बाद उनके घर में काम करने वाली महिला की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई, जिस कारण उन्होंने अपना दिल्ली दौरा स्थगित कर दिया था.पठानिया ने कहा कि उनका यह दौरा सफल रहा और राष्ट्रीय अध्यक्ष से उनका विस्तृत विचार विमर्श हुआ.
केंद्रीय खेल मंत्री से 2 घंटे तक हुई हिमाचल स्पोर्ट्स पॉलिसी पर चर्चा
खेल मंत्री राकेश पठानिया ने दिल्ली में केंद्रीय खेल राज्य मंत्री किरण रिजिजू से मुलाकात भी की. राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश में खेलों को विस्तार देने के लिए केंद्रीय खेल राज्य मंत्री से लंबी चर्चा हुई. यह चर्चा काफी हद तक सफल रही. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री से चर्चा के दौरान प्रदेश में नई स्पोर्ट्स पॉलिसी को लेकर कई अहम मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया ताकि हिमाचल प्रदेश में खेलों को बढ़ावा दिया जा सके.
राकेश पठानिया ने कहा कि जल्द ही हिमाचल में नई खेल नीति बनाई जाएगी. केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने इसके लिए केंद्रीय विशेषज्ञों का एक पैनल सुझाया है जो कि लगातार हिमाचल के खेल विभाग के अधिकारियों के साथ संपर्क में रहेगा और इसकी बैठकर होती रहेगी. इन विशेषज्ञों के माध्यम से देश के अलग-अलग राज्यों की स्पोर्ट्स पॉलिसी पर चर्चा की जाएगी और इन पॉलिसी में जो भी बातें प्रदेश के पर्यावरण, भौगोलिक परिस्थितियों और अन्य माध्यमों से उपयुक्त बैठेगी, उनको हिमाचल की स्पोर्ट्स पॉलिसी में शामिल किया जाएगा.
पठानिया ने कहा कि हिमाचल को एक बेहतरीन स्पोर्ट्स पॉलिसी देने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाएगा. इसके लिए प्रदेश के अधिकारियों को भी निर्देश दे दिए गए हैं. ताकि केंद्र के साथ तालमेल बिठाकर जल्द से जल्द नई स्पोर्ट्स पॉलिसी लागू की जा सके.
राकेश पठानिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री से चर्चा के दौरान स्पोर्ट्स फंड पर भी विस्तृत चर्चा हुई, लेकिन आजकल पूरी दुनिया के साथ देश में भी कोरोना का संकट छाया हुआ है. प्रदेश और देश की पूरी मशीनरी फिलहाल कोरोना को नियंत्रित करने में जुटी हुई है. ऐसे में स्पोर्ट्स फंड में जरूर कमी आ सकती है. लेकिन जैसे ही कोरोना की यह स्थिति ठीक होती है. वैसे ही प्रदेश में पोस्ट के क्षेत्र में जरूर आधारभूत ढांचा विकसित किया जाएगा.
आने वाले विधानसभा सत्र के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए हुए राकेश पठानिया ने कहा कि विपक्ष के सभी सवालों का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा. जहां तक कांगड़ा जिला की बात है पूरा कांगड़ा एक है और यह बात विधानसभा में भी स्पष्ट हो जाएगी. पठानिया ने कहा कि वह पूरी तैयारी के साथ विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे.
वन मंत्री ने कहा कि वन संपदा हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी संपदा है. इसके संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने बहुत आवश्यक है. प्रदेश सरकार आने वाले समय में हरित आवरण को और अधिक बढ़ाने में प्रयास करेगी. उन्होंने कहा कि वनों को कमर्शियलाइज करके किस प्रकार अधिक से अधिक रोजगार प्रदान किए जा सके,इस विषय पर भी योजना बनाई जा रही है.
पठानिया ने कहा कि प्रदेश की जड़ी बूटियां विश्व भर में प्रसिद्ध हैं, इन जड़ी-बूटियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए वन विभाग योजना बना रहा है और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा. आज दुनिया भर में आयुर्वेदा प्रगति कर रहा है. जिसको देखते हुए जड़ी बूटियों का संरक्षण और संवर्धन अति आवश्यक है. इसलिए विशेष नीति के तहत प्रदेश सरकार काम कर रही है. वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि वनों के माध्यम से प्रदेश की आर्थिक स्थिति को और सुदृढ़ करने की कोशिश भी की जाएगी.
ये भी पढ़ें: हत्या मामले में फरार पूर्व DGP की तलाश में सुंदरनगर पहुंची पंजाब पुलिस, नहीं मिला सुमेध सिंह सैनी