शिमला: हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी अस्पताल में बनने वाला प्री-फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर बनकर तैयार हो गए हैं. हालांकि अभी इसके अंदर बैडिंग और अन्य सुविधा का प्रावधान किया जा रहा है. जल्द ही इस प्री-फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर को कोरोना मरीजों के लिए तैयार कर दिया जाएगा. आईजीएमसी में कोरोना से निपटने के लिए इस प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर को बनाया जा रहा है.
जगह कम होने के कारण प्रशासन व सरकार ने यह फैसला लिया था. रुड़की की प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर तैयार करने वाली एक कंपनी ने आईजीएमसी का दौरा कर यहां जगह कम बताई थी जिसके बाद यहां पर स्ट्रक्चर तैयार करने का प्लान तैयार किया गया है.
इमरजेंसी में प्री-फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर में रखे जाएगे मरीज
कोरोना मरीजों को इसी प्री-फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर में रखा जाएगा. यहां उनके लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं होंगी. यहां बेड से लेकर ऑक्सीजन और वेंटिलेटर फिट किए जाएंगे. यही नहीं, मरीजों को इमरजेंसी में भी यहां रखा जा सकेगा. कोरोना के मामले देखते हुए प्रशासन पूरी तैयारियां रखना चाहता है जिससे आने वाले समय में अगर कोरोना की रफ्तार और अधिक बढ़ती है तो मरीजों को रखने के लिए पूरा इंतजाम हो.
आईजीएमसी में यह स्ट्रक्चर ऑर्थो ओपीडी के स्थान पर बनाया गया है. शुरुआत में यहां 50 बेड लगाए जाएंगे. गौर रहे कि आईजीएमसी की मेडिसन, सर्जरी, ट्रामा, ईएनटी समेत कई वॉर्डों में अब तक मरीज पॉजिटिव आ चुके हैं जिन्हें आइसोलेशन में शिफ्ट किया जाता है.
पांच दिनों में पूरी तरह तैयार हो जाएगा स्ट्रक्चर
आईजीएमसी के एम.एस. डॉ. जनकराज का कहना है कि चार से पांच दिनों में यह प्री-फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा. प्री-फैब्रिकेटिड स्ट्रक्चर के अंदर भी बैडिंग और अन्य व्यवस्था की जाएंगी जिसके बाद इसे जल्द ही मरीजों के लिए शुरू कर दिया जाएगा.
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