शिमला: सेवाभाव के लिए प्रदेश में पहचान बन चुके सरबजीत सिंह बॉबी के लंगर को आईजीएमसी प्रशासन ने अवैध बताकर हटवा दिया. शनिवार को कैंसर अस्पताल के समीप चल रहे लंगर को प्रशासन ने पुलिस की मदद से हटवा दिया. लंगर में मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी भोजन मिलता था. वहीं, आईजीएमसी में शनिवार दोपहर बाद कैंसर अस्पताल के समीप चल रहे लंगर में विवाद खड़ा हो गया.
आईजीएमसी प्रशासन ने लंगर लगाने वाली जगह को अवैध बता कर खाली करवा दिया. यही नहीं प्रशासन ने जब जांच की तो सामने आया कि वहां लगे बिजली पानी के कनेक्शन अवैध चल रहे हैं. इस दौरान वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों को और वहां मौजूद लोगों के बीच धक्का मुक्की भी हुई. सूचना मिलते ही क्यूआरटी (क्विक रिस्पॉन्स टीम) ने मोर्चा संभाला और माहौल को शांत कराया.
आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज के नेतृत्व में अस्पताल प्रशासन मौके पर पहुंचा और निजी संस्था से पूछा गया कि आपके पास कोई कागज है. संतोष जनक जवाब नहीं मिलने पर बिजली विभाग को निर्देश दिया गया कि मीटर देखें और यदि अवैध हो तो तुरंत काट दिया जाए.
कैंसर अस्पताल के पास एक निजी संस्था पिछले 6 सालों से लंगर लगा रही है, जिसमे मरीजों और तीमारदारों को नि:शुल्क खाना दिया जाता था. जनवरी में भी यह मुद्दा उठा था तब लंगर चलाने वाले सरबजीत सिंह बॉबी ने कहा था कि 31 मार्च 2021 को वह लंगर छोड़ देंगे. इस पर आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक राज ने बताया आईजीएमसी की संपत्ति पर अवैध कब्जा था, जिसे हटाया गया.
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