ETV Bharat / state

IGMC में मरीज उठा रहे हेपेटाइटिस सी के मुफ्त टेस्ट की सुविधा, जल्द शुरू होगा हेपेटाइटिस बी का निशुल्क इलाज

हेपेटाइटिस सी के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नेशनल हेल्थ मिशन ने अस्पताल में होने वाले इन टेस्टों और दवाइयों की पूरी फंडिंग की थी. आईजीएमसी में बीते 4 महीनों में 50 मरीज हेपेटाइटिस  के आए है जिनका इलाज किया जा रहा है.

hepatitis C test facility
हेपेटाइटिस सी के मुफ्त टेस्ट की सुविधा
author img

By

Published : Jan 31, 2020, 7:04 PM IST

शिमला: आईजीएमसी में बीते 4 महीनों में 50 मरीज हेपेटाइटिस सी के आए हैं. सभी मरीजों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हेपेटाइटिस सी के रोगियों को महंगी दरों पर टेस्ट करवाने पड़ते थे. हेपेटाइटिस सी के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नेशनल हेल्थ मिशन ने अस्पताल में होने वाले इन टेस्ट और दवाइयों की पूरी फंडिंग की है.

अस्पताल प्रबंधन ने तेजी से बढ़ रहे हेपेटाइटिस सी को लेकर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. प्रशासन का कहना है कि मरीजों के लिए निशुल्क दवाइयां दी जा रही हैं. आईजीएमसी के कार्यकारी एमएस डॉ राहुल गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में हेपेटाइटिस सी के मरीजों के लिए निशुल्क दवाइयां दी जा रही हैं और टेस्ट भी निशुल्क किए जा रहे हैं.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि 1 मरीज का 12 सप्ताह का कोर्स होता है जिसमें करीब 1 लाख रुपये का खर्च होता है. यही नहीं टेस्ट करवाने में भी 30,000 का खर्चा आता है, लेकिन अस्पताल में यह बिल्कुल निशुल्क है. डॉ राहुल गुप्ता ने बताया कि अगले 15 दिनों में प्रबंधन हेपेटाइटिस बी के इंजेक्शन भी निशुल्क करने जा रहा है.

डॉक्टरों के मुताबिक हेपेटाइटिस सी वायरस एचसीवी की वजह से होता है. यह लीवर को प्रभावित करता है. बीमारी ठीक न हो तो लीवर कैंसर भी हो जाता है, हालांकि 90 दिन के कोर्स ही इसका पूरा इलाज है, और देखभाल से ठीक हो जाता है.

ऐसे फैलता है वायरस

  • दूषित सिरिंज का उपयोग करना
  • पीड़ित गर्भवती महिला से बच्चे को होना
  • दूषित रक्तदान, अंगदान या लंबे समय तक डायलिसिस द्वारा मिलना
  • दूषित सूई से टैटू बनवाने से
  • इंजेक्शन से नशीली दवाओं का प्रयोग करना

यह हैं लक्षण

इस बीमारी की जद्द में आने के बाद मरीज को पीलिया भी हो जाता है. यह काफी खतरनाक हो जाता है. इस दौरान एहतियात बरतने में बचा जा सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक बीमारी के दौरान शराब के सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा नियमित जांच करवानी चाहिए.

ये भी पढ़ें: भूतनाथ मंदिर में रीवा महामृत्युंजय महादेव के दर्शन, शिवलिंग पर चढ़ चुका है 50 किलो माखन

शिमला: आईजीएमसी में बीते 4 महीनों में 50 मरीज हेपेटाइटिस सी के आए हैं. सभी मरीजों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हेपेटाइटिस सी के रोगियों को महंगी दरों पर टेस्ट करवाने पड़ते थे. हेपेटाइटिस सी के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नेशनल हेल्थ मिशन ने अस्पताल में होने वाले इन टेस्ट और दवाइयों की पूरी फंडिंग की है.

अस्पताल प्रबंधन ने तेजी से बढ़ रहे हेपेटाइटिस सी को लेकर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. प्रशासन का कहना है कि मरीजों के लिए निशुल्क दवाइयां दी जा रही हैं. आईजीएमसी के कार्यकारी एमएस डॉ राहुल गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में हेपेटाइटिस सी के मरीजों के लिए निशुल्क दवाइयां दी जा रही हैं और टेस्ट भी निशुल्क किए जा रहे हैं.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि 1 मरीज का 12 सप्ताह का कोर्स होता है जिसमें करीब 1 लाख रुपये का खर्च होता है. यही नहीं टेस्ट करवाने में भी 30,000 का खर्चा आता है, लेकिन अस्पताल में यह बिल्कुल निशुल्क है. डॉ राहुल गुप्ता ने बताया कि अगले 15 दिनों में प्रबंधन हेपेटाइटिस बी के इंजेक्शन भी निशुल्क करने जा रहा है.

डॉक्टरों के मुताबिक हेपेटाइटिस सी वायरस एचसीवी की वजह से होता है. यह लीवर को प्रभावित करता है. बीमारी ठीक न हो तो लीवर कैंसर भी हो जाता है, हालांकि 90 दिन के कोर्स ही इसका पूरा इलाज है, और देखभाल से ठीक हो जाता है.

ऐसे फैलता है वायरस

  • दूषित सिरिंज का उपयोग करना
  • पीड़ित गर्भवती महिला से बच्चे को होना
  • दूषित रक्तदान, अंगदान या लंबे समय तक डायलिसिस द्वारा मिलना
  • दूषित सूई से टैटू बनवाने से
  • इंजेक्शन से नशीली दवाओं का प्रयोग करना

यह हैं लक्षण

इस बीमारी की जद्द में आने के बाद मरीज को पीलिया भी हो जाता है. यह काफी खतरनाक हो जाता है. इस दौरान एहतियात बरतने में बचा जा सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक बीमारी के दौरान शराब के सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा नियमित जांच करवानी चाहिए.

ये भी पढ़ें: भूतनाथ मंदिर में रीवा महामृत्युंजय महादेव के दर्शन, शिवलिंग पर चढ़ चुका है 50 किलो माखन

Intro:आईजीएसमी में 4महीने में 50 लोगो का हैपेटाइटिस सी का हुआ निशुल्क ईलाज । इलाज में खर्च होते थे 1 लाख से अधिक
जल्द शुरू होंगे हैपेटाइटिस बी का निशुल्क ईलाज

शिमला
हिमाचल प्रदेश में हेपेटाइटिस सी के मरीजो की संख्या बढ़ती है जा रही है। आईजीएमसी में ही बीते 4महीनों में 50 मरीज हेपटाइटिस के आए है जिनका ईलाज किया जा रहा है।
आइजीएमसी प्रबंधन ने तेजी से बढ़ रहे हेपेटाइटिस सी को लेकर लोगो को आगाह किया है और सावधानी बरतने की अपील की है।
आइजीएमसी में हेपेटाइटिस सी के मरीजों के लिए निशुल्क दवाईयां दी जा रही है। आईजीएमसी के कार्यकारी एमएस डॉ राहुल गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्प्ताल में हैपेटाइटिस सी के मरीजो के लिए निशुल्क दवाई दी जा रही है और टैस्ट भी निशुल्क किए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि 1 मरीज का 12 सप्ताह का कोर्स होता है और एक मरीज पर 1लाख रुपये खर्च होता है यही नही टेस्ट करवाने में भी 30,000 का खर्चा आता है लेकिन अस्प्ताल में यह बिल्कुल निशुल्क है।
डॉ राहुल गुप्ता ने बताया कि अगले 15 दिनों में अस्प्ताल प्रबंधन हेपाटाइटिस बी के इंजेक्शन भी निशुल्क करने जा रहा है।जिससे बहुत से गरीब मरीजो को लाभ होगा ।उन्होंने कहा कि सरकार हेपेटाइटिस बी के इन्जेक्शन को भी निशुल्क कर रही है जिससे कोई भी ब्यक्ति ईलाज से बंचित ना रहे।

गौरतलब है कि हैपेटाइटिस सी हिमाचल में बड़ा जोखिम बन कर उभर रहा है हालांकि अधिकतर लोगों को इसके संक्रमण के बारे में पता नही है। इसकी जागरूकता कमी आने वाले समय मे घातक साबित हो सकती है।

हैपेटाइटिस सी रक्त संक्रमण से होने वाली बीमारी है। असुरक्षित इंजेक्शन का प्रयोग करने ,नशेड़ियों द्वारा असुरक्षित इंजेक्शन इस्तेमाल करने से यह बीमारी होती है। यही नही वर्तमान में टैटू फैशन बनाता जा रहा शरीर मे टैटू बनवाने से भी यह संक्रमण होने ।नाई के पास बाल कटवाने , दाढ़ी बनवाने से भी संक्रमण होता है ।लेकिन अब आइजीएमसी में हैपेटाइटिस सी का निशुल्क ईलाज किया जा रहा है।Body:आइजीएमसी में हेपेटाइटिस सी के मरीजों के लिए निशुल्क दवाईयां दी जा रही है। आईजीएमसी के कार्यकारी एमएस डॉ राहुल गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्प्ताल में हैपेटाइटिस सी के मरीजो के लिए निशुल्क दवाई दी जा रही है और टैस्ट भी निशुल्क किए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि 1 मरीज का 12 सप्ताह का कोर्स होता है और एक मरीज पर 1लाख रुपये खर्च होता है यही नही टेस्ट करवाने में भी 30,000 का खर्चा आता है लेकिन अस्प्ताल में यह बिल्कुल निशुल्क है।
डॉ राहुल गुप्ता ने बताया कि अगले 15 दिनों में अस्प्ताल प्रबंधन हेपाटाइटिस बी के इंजेक्शन भी निशुल्क करने जा रहा है।जिससे बहुत से गरीब मरीजो को लाभ होगा ।उन्होंने कहा कि सरकार हेपेटाइटिस बी के इन्जेक्शन को भी निशुल्क कर रही है जिससे कोई भी ब्यक्ति ईलाज से बंचित ना रहे।

गौरतलब है कि हैपेटाइटिस सी हिमाचल में बड़ा जोखिम बन कर उभर रहा है हालांकि अधिकतर लोगों को इसके संक्रमण के बारे में पता नही है। इसकी जागरूकता कमी आने वाले समय मे घातक साबित हो सकती है।
Conclusion:
हैपेटाइटिस सी रक्त संक्रमण से होने वाली बीमारी है। असुरक्षित इंजेक्शन का प्रयोग करने ,नशेड़ियों द्वारा असुरक्षित इंजेक्शन इस्तेमाल करने से यह बीमारी होती है। यही नही वर्तमान में टैटू फैशन बनाता जा रहा शरीर मे टैटू बनवाने से भी यह संक्रमण होने ।नाई के पास बाल कटवाने , दाढ़ी बनवाने से भी संक्रमण होता है ।लेकिन अब आइजीएमसी में हैपेटाइटिस सी का निशुल्क ईलाज किया जा रहा है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.