शिमला: हिमाचल के शिमला स्थित आईजीएमसी में अब एक ही छत के नीचे इलाज की सभी सुविधाएं मरीज को मिलेगी. वहीं, आज आईजीएमसी के नए ओपीडी और ट्रॉमा वार्ड का सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा शुभारंभ किया गया. 13 मंजिल का यह भवन शिमला की सबसे ऊंची सरकारी बिल्डिंग में से एक है. आईजीएमसी में अब लोगों को आपातकाल में इलाज की सभी सुबिधा उपलब्ध रहेगी.
ट्रॉमा ब्लॉक की बहुमंजिला भवन में फिजियोथेरेपी वार्ड, स्पेशल वार्ड, आपातकालीन चिकित्सा इकाई, गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) बेड, आइसोलेशन वार्ड सहित सीटी स्कैन, एक्स-रे, सैंपल एकत्रीकरण केंद्र और पैथोलॉजी प्रयोगशाला की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है. घायलों व गंभीर रोगियों के उपचार के लिए यहां अलग व्यवस्था की गई है.
अन्य आपात सेवाओं के साथ-साथ यहां पर डॉक्टर, नर्स और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कक्ष, रोगियों के बैठने के लिए स्थान और अन्य जनोपयोगी सेवाएं भी उपलब्ध होंगी. आईजीएमसी में मशीनरी और उपकरणों के लिए 12 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं. यह उपकरण व मशीनरी, संस्थान के ऑर्थोपेडिक्स, सर्जरी, रेडियोलॉजी, न्यूरो-सर्जरी और एनेस्थिसिया विभाग में उपयोग में लाए जाएंगे.
मरीजों को मिलेगी ये सुविधा- इसमें प्रत्येक 6 बिस्तर में दाखिल मरीजों की सुविधा के लिए एक नर्स और 10 बिस्तर में मरीजों की सुविधा के लिए चिकित्सक की व्यवस्था होगी. गहन देखभाल केंद्र (आईसीयू) में प्रत्येक बिस्तर में मरीजों की सुविधा के लिए एक नर्स की व्यवस्था की जाएगी. यहां विशेषज्ञ चिकित्सा भी तैनात किए जाएंगे. सीएम सुक्खू ने घोषणा की है कि आईजीएमसी का यह वार्ड हाईटेक होगा और आने वाले मरीजों को एक छत के नीचे बेहतर सुविध मिलेगी और इलाज के लिए बाहरी राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा.
मरीज अराम से करवा सकेंगे इलाज- न्यू ओपीडी ब्लॉक में डिपार्टमेंट के बाहर ही पर्ची काउंटर मिलेंगे. इससे बड़े आराम से मरीज पर्ची बनवाकर खुद का चेकअप करवा सकेंगे. वहीं, एक ही फ्लोर पर डिपार्टमेंट से संबंधित टेस्ट और अन्य तरह की सुविधाएं भी मरीजों को मिलेंगी. सभी ओपीडी को नए ब्लॉक में शिफ्ट किया जाएगा. हालांकि, पहले भीड़-भाड़ वाले कई ओपीडी शिफ्ट किए गए हैं. इसमें मेडिसिन, सर्जरी, ऑर्थो, कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्मेटोलॉजी शामिल हैं. इसके अलावा लैब के साथ-साथ अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे भी इसी ब्लॉक में शिफ्ट कर दिए गए हैं.
नए भवन में होगी ये सुविधाएं- आईजीएमसी के नए ओपीडी ब्लॉक में फर्स्ट फ्लोर में लैब और कैंटीन की सुविधा होगी. दूसरे फ्लोर पर रजिस्ट्रेशन, तीसरे पर इमरजेंसी, चौथे पर ट्रॉमा वार्ड, पांचवें पर ओटी, आईसीयू वार्ड, छठे पर सर्जरी ओपीडी, आइसोलेशन वार्ड, सातवें फ्लोर पर मेडिसिन ओपीडी, इमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट, आठवें पर स्किन ओपीडी, स्पेशल वार्ड, नौवें फ्लोर पर ऑर्थो फिजियोथेरेपी, दसवें पर ईएनटी, साइकेट्री, ग्यारहवें फ्लोर पर आई ओपीडी, आई बैंक, बारहवें पर रेडियोलॉजी, तेरहवें फ्लोर पर डॉक्टर के केबिन होंगे.
प्रदेश का सबसे पुराना अस्पताल IGMC- आईजीएमसी हिमाचल का सबसे पुराना अस्पताल है. लोगों का भरोसा अभी भी इस अस्पताल पर है. प्रदेश में 6 मेडिकल कॉलेज खुल गए हैं. एम्स की सुविधा भी लोगों को है, लेकिन फिर भी मरीजों की सबसे अधिक संख्या आईजीएमसी में ही है. इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि आईजीएमसी में प्रतिदिन 3000 से अधिक की ओपीडी होती है. यही नहीं बाकी मेडिकल कॉलेज से भी मरीज रेफर हो कर आईजीएमसी ही आते हैं.
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