शिमला: प्रदेश के 6000 एचआरटीसी के पेंशनर ने नियमित पेंशन बहाली को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एचआरटीसी सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण के अध्यक्ष राजिन्दर पाल ने रविवार को शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार एचआरटीसी पेंशनरों के साथ पशुओं जैसा व्यवहार कर रही है.
राजिन्दर पाल ने कहा कि पेंशनर को 2013 के बाद आज तक नियमित रूप से एक तारीख को पेंशन नहीं आई है. उन्होंने कहा कि महीने में कभी 28 को तो कभी 25 को पेंशन आती है जबकि पहले 1 या 2 को पेंशन मिल जाती थी. उन्होंने कहा कि पेंशनरों का डीए व आईआर 2 साल से पेंडिंग है. लिहाजा संगठन ने सरकार से मांग की है कि उन्हें नियमति रूप से एक तिथि को पेंशन दिया जाए और डीए व आईआर भी दिया जाए जो रुका हुआ है.
राजिन्दर पाल ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो 14 जून को ओल्ड बस अड्डे पर यूनियन धरना देगी और यदि फिर भी मांगें नहीं मानती है तो भूख हड़ताल व आत्मदाह भी करेंगे.
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