शिमला: हिमाचल पथ परिवहन निगम में चालक-परिचालक की भर्ती विवादों में घिर गई है. परिवहन निगम ने दो ऐसे उम्मीदवारों को उतीर्ण घोषित किया गया जिन्होंने ड्राइविंग टेस्ट के लिए आवेदन नहीं किया था. 1379 आवेदकों की लिस्ट में दोनों का नाम और रोल नंबर नहीं दर्शाया गया है.
हाई कोर्ट के पूर्व डिप्टी एडवोकेट जनरल विनय शर्मा ने चालक की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि दोनों लोग बिना ड्राइविंग टेस्ट दिए बगैर चालक की परीक्षा पास हो गए. उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी मनमर्जी से नियमों को ताक पर रख कर निगम में अपने चहेतों की भर्ती कर रहे हैं. जिसके खिलाफ कोर्ट में भी याचिका दायर की जाएगी.
उन्होंने कहा कि परिचालक भर्ती में भी धांधली हुई थी और अब चालक भर्ती में भी हो रही है. निगम में योग्य लोगों को नौकरी नहीं दी जा रही है. सीएम ने भी भर्ती को पारदर्शिता करने के निर्देश दिए थे लेकिन अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. हम विजिलेंस को सबूतों के साथ शिकायत करेंगे ताकि मामले की जांच हो सके.