शिमलाः कोविड-19 के संकट के बीच हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से कार्यकारिणी परिषद की बैठक में मंगलवार को आयोजित की जाएगी. इस बैठक में यूजी और पीजी की परीक्षाएं करवाने को लेकर फैसला लिया जा सकता है.
बैठक में पीजी और यूजी परीक्षाओं को करवाने व उनके मूल्यांकन को लेकर चर्चा करने के साथ ही इस पर फैसला लिया जा सकता है. बैठक एचपीयू कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी. बैठक में एचपीयू वित्त समिति की बैठक में लिए गए फैसलों पर भी चर्चा करने के बाद मंजूरी की मोहर लगाई जाएगी.
कार्यकारिणी परिषद की इस बैठक में एचपीयू अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र में चलाए जा रहे कोर्सेज की फीस बढ़ोतरी को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है. वहीं, विश्वविद्यालय में अभी जब कोविड-19 की वजह से छात्रों की कक्षाएं नहीं लग रही है तो छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है.
बैठक में पीजी कोर्स की परीक्षाओं का मूल्यांकन हिमाचल में ही करवाने को लेकर छूट देने के साथ ही एलएलएम, एमफिल, पीएचडी के वायवा को गूगल स्काई एप्लिकेशन के माध्यम से करवाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी जा सकती है.
इसके साथ ही बैठक में पीजी प्रवेश परीक्षाओं को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है. पीजी प्रवेश के लिए अभी प्रवेश परीक्षाओं की तिथि एचपीयू ने तय नहीं की है. ऐसे में इन प्रवेश परीक्षाओं की तिथि भी तय की जा सकती है. वहीं, एचपीयू में होने वाली शिक्षकों और गैर शिक्षकों की भर्तियों को लेकर भी चर्चा बैठक में की जा सकती है और इसे लेकर फैसला भी लिया जा सकता है.
महंगी हो सकती है इक्डोल की पढ़ाई
एचपीयू कार्यकारिणी परिषद की बैठक में अगर एचपीयू इक्डोल के कोर्सेज की फीस बढ़ोतरी के प्रस्ताव को लेकर मंजूरी दी जाती है तो इक्डोल के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों पर इसका बोझ पड़ना तय है. एचपीयू की ओर से कोर्सेज की फीस में 500 रुपये से लेकर हजार रुपए तक ओर इस से अधिक की बढ़ोतरी की जा सकती है
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