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हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए JICA से वित्तीय मदद लेगी सुक्खू सरकार - shimla news hindi

हिमाचल सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए जाइका का सहयोग लेगी. राज्य सरकार ने प्रदेश में त्रि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे के लिए 1620 करोड़ रुपये आवंटित करने की योजना बनाई है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेशवासियों को उनके घर-द्वार के समीप विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार कदम उठा रही है. (HP Govt will take financial help from JICA)

HP Govt will take financial help from JICA
HP Govt will take financial help from JICA
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Published : Feb 24, 2023, 9:45 PM IST

शिमला: हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए जाइका यानी जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी का सहयोग लेगी. राज्य सरकार ने इस दिशा में विचार विर्मश शुरू कर दिया है. राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कदम उठा रही है. इसके तहत स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ करने को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी. प्रदेश सरकार विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के लिए वित्तीय सहायता के लिए जाइका का सहयोग लेने पर विचार कर रही है. सरकार की ओर से हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 2835 करोड़ रुपये वित्तीय योजना पर काम चल रहा है.

त्रि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल को मजबूत करने के लिए 1620 करोड़ की योजना: राज्य सरकार ने प्रदेश में त्रि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे के लिए 1620 करोड़ रुपये आवंटित करने की योजना बनाई है, जिसमें 1010 करोड़ रुपये के अपेक्षित वित्तीय परिव्यय से हमीरपुर, चंबा और नाहन में नए चिकित्सा महाविद्यालयों को सुदृढ़ करना शामिल है. डॉ. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर में कैंसर से संबंधित सुपर-स्पेशियलिटी सेवाएं प्रदान करने के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा विकसित करने पर 400 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे. सरकार नर्सिंग शैक्षणिक ढांचा और नए चिकित्सा महाविद्यालयों में हाई-एंड डायग्नोस्टिक क्षमता के लिए 60 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि के लिए जाइका से विचार-विमर्श कर रही है.

द्वि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल को सुदृढ़ करने के लिए 1215 करोड़ की योजना: प्रदेश में द्वि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार जाइका के वित्तपोषण से 1215 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव कर रही है. इसमें प्रत्येक चिकित्सा खंड में नागरिक अस्पतालों में द्वि-स्तरीय देखभाल सुविधा जैसे सीटी स्कैन व आधारभूत ढांचे के लिए 988 करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अतिरिक्त सेकंडरी केयर सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए 135 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं और 92 करोड़ रुपये अन्य नागरिक अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के रखरखाव और डायग्नोस्टिक्स, पावर बैकअप और अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस) को सुदृढ़ करने के लिए प्रस्तावित है.

सरकार लोगों को घरद्वार के समीप देगी स्वास्थ्य सेवाएं: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेशवासियों को उनके घर-द्वार के समीप विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार कदम उठा रही है. सरकार का लक्ष्य स्वास्थ्य क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण के लिए धन का अभाव आड़े नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इन योजनाओं के आधार पर एक प्रारंभिक परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगा, जिस पर जाइका के साथ विस्तार से चर्चा की जाएगी.

ये भी पढ़ें: बागवानों के साथ बैठक करेंगे बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी, यूनिवर्सल कार्टन और किलो के हिसाब से सेब बेचने को लेकर लेंगे राय

शिमला: हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए जाइका यानी जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी का सहयोग लेगी. राज्य सरकार ने इस दिशा में विचार विर्मश शुरू कर दिया है. राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कदम उठा रही है. इसके तहत स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ करने को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी. प्रदेश सरकार विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के लिए वित्तीय सहायता के लिए जाइका का सहयोग लेने पर विचार कर रही है. सरकार की ओर से हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 2835 करोड़ रुपये वित्तीय योजना पर काम चल रहा है.

त्रि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल को मजबूत करने के लिए 1620 करोड़ की योजना: राज्य सरकार ने प्रदेश में त्रि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे के लिए 1620 करोड़ रुपये आवंटित करने की योजना बनाई है, जिसमें 1010 करोड़ रुपये के अपेक्षित वित्तीय परिव्यय से हमीरपुर, चंबा और नाहन में नए चिकित्सा महाविद्यालयों को सुदृढ़ करना शामिल है. डॉ. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर में कैंसर से संबंधित सुपर-स्पेशियलिटी सेवाएं प्रदान करने के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा विकसित करने पर 400 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे. सरकार नर्सिंग शैक्षणिक ढांचा और नए चिकित्सा महाविद्यालयों में हाई-एंड डायग्नोस्टिक क्षमता के लिए 60 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि के लिए जाइका से विचार-विमर्श कर रही है.

द्वि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल को सुदृढ़ करने के लिए 1215 करोड़ की योजना: प्रदेश में द्वि-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार जाइका के वित्तपोषण से 1215 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव कर रही है. इसमें प्रत्येक चिकित्सा खंड में नागरिक अस्पतालों में द्वि-स्तरीय देखभाल सुविधा जैसे सीटी स्कैन व आधारभूत ढांचे के लिए 988 करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अतिरिक्त सेकंडरी केयर सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए 135 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं और 92 करोड़ रुपये अन्य नागरिक अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के रखरखाव और डायग्नोस्टिक्स, पावर बैकअप और अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस) को सुदृढ़ करने के लिए प्रस्तावित है.

सरकार लोगों को घरद्वार के समीप देगी स्वास्थ्य सेवाएं: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेशवासियों को उनके घर-द्वार के समीप विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार कदम उठा रही है. सरकार का लक्ष्य स्वास्थ्य क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण के लिए धन का अभाव आड़े नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इन योजनाओं के आधार पर एक प्रारंभिक परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगा, जिस पर जाइका के साथ विस्तार से चर्चा की जाएगी.

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