शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से 15 सितंबर से करवाई जाने वाली पीजी के डिग्री और डिप्लोमा कोर्स के परीक्षाओं के लिए तैयारियां पूरी की जा रही है. इस परीक्षा में बाहरी राज्यों के भी कुछ छात्र परीक्षा देंगे ऐसे में यह छात्र परीक्षाओं के दौरान आराम से रह सके इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें एचपीयू के हॉस्टल में ठहराने को लेकर विचार किया जा रहा है.
छात्रों की सुविधा के लिए एक छात्रावास जहां लड़कों को ठहराने के लिए खोलने तो वहीं दूसरा हॉस्टल लड़कियों के लिए खोलने के लिए एचपीयू परीक्षा नियंत्रक की ओर से सुझाव दिया गया है. बाहरी राज्यों से जो छात्र परीक्षा देने के लिए आएंगे वह परीक्षाओं के दौरान आराम से विश्वविद्यालय के छात्रावासों में रह सकेंगे और उन्हें मैस की सुविधा भी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से ही मुहैया करवाई जाए यह बात एचपीयू परीक्षा नियंत्रक की ओर से यह बात कुलपति के समक्ष रखी गई है.
अब विश्वविद्यालय कुलपति कि ओर से इसकी मंजूरी सरकार से ली जाएगी जिसके बाद इस पूरे मामले पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. सरकार एचपीयू को परीक्षा देने के लिए आने वाले छात्रों को हॉस्टल सुविधा देने की मंजूरी प्रदान करती है या नहीं उस पर ही एचपीयू का यह फ़ैसला टीका होगा. विश्वविद्यालय में 52 की करीब छात्र ऐसे हैं जो बाहरी राज्यों से हिमाचल में पीजी परीक्षा देंगे.
ऐसे में जब यह छात्र अपनी परीक्षाएं देने के लिए बाहरी राज्यों से आएंगे तो उनके ठहरने का इंतजाम किस तरह से किया जाएगा और क्या व्यवस्था रहेगी इसे लेकर शुक्रवार को विश्वविद्यालय में बैठक की गई. वहीं, छात्रों की सुविधा को देखते हुए यह सुझाव बैठक में दिया गया कि विश्वविद्यालय को छात्रों को हॉस्टल में ठहरने की सुविधा देनी चाहिए जिससे छात्र अपनी परीक्षाएं बिना किसी परेशानी के लिए सके.
बता दें कि विश्वविद्यालय की ओर से पीजी के सभी कोर्स की परीक्षाएं भारत सरकार, एमएचआरडी और यूजीसी की ओर से जारी की गई एसओपी के तहत ही करवाई जा रही हैं. इसके लिए परीक्षा केंद्रों में जहां सोशल डिस्टेंसिंग के साथ छात्रों को बैठाया जाएगा. तो वहीं परीक्षा से पूर्व परीक्षा केंद्रों को सैनिटाइज किया जाएगा. परीक्षा केंद्र में प्रवेश देने से पहले छात्रों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी और उसके बाद उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा. एक पेपर के बाद दूसरे पेपर के लिए भी परीक्षा केंद्र को सेनिटाइज करना अनिवार्य रहेगा.
परीक्षाओं के दौरान अगर किसी छात्र को फ्लू या कोविड-19 के लक्षण आते है तो छात्रों को परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन छात्रों के लिए परीक्षाएं विश्वविद्यालय की ओर से अलग से बाद में आयोजित करवाई जाएंगी. एचपीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. जे. एस नेगी ने बताया कि पीजी की परीक्षाओं को करवाने को लेकर सभी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. तय एसओपी के आधार पर ही यह परीक्षाएं करवाई जाएंगी. किसी भी तरह की कोताही इन परीक्षाओं को करवाने के लिए विश्वविद्यालय नहीं बरतेगा.
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