ETV Bharat / state

बजट को लेकर ये है हिमाचल के युवाओं की मांग, मोदी सरकार को याद दिलाया 2014 का ये वादा

author img

By

Published : Jul 3, 2019, 10:18 AM IST

5 जुलाई को केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल का बजट आना है और ऐसे में युवाओं की इस बजट से काफी उम्मीदें भी है. हिमाचल के युवा भी चाहते हैं कि इस बार का बजट युवाओं को ध्यान में रखते हुए बनाया जाए. युवाओं ने केंद्र की मोदी सरकार से अपने पिछले कार्यकाल में दो करोड़ से अधिक नौकरियां देने के वादे को पूरा करने की बात भी कही.

youth opinion on central budget

शिमलाः देश में हर साल बेरोजगार युवाओं का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में युवाओं की एक ही मांग है कि केंद्र सरकार अधिक से अधिक रोजगार के अवसर छात्रों के लिए सृजित करें. जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें.

5 जुलाई को केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल का बजट आना है और ऐसे में युवाओं की इस बजट से काफी उम्मीदें है. हिमाचल के युवाओं की मांग है कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में दो करोड़ से अधिक नौकरियां देने का वादा किया था, उस वादे को इस साल पूरा किया जाए.

वीडियो

कई लोगों का कहना है कि युवाओं के पास रोजगार नहीं है, जिसके चलते युवा वर्ग नशे का आदि होता जा रहा है, अगर युवाओं को सही रोजगार के अवसर मुहैया करवाए गए होते तो युवा सही दिशा की ओर अग्रसर हो रहे होते.

युवाओं का कहना है कि देश में सबसे अधिक बजट शिक्षा पर खर्च होना चाहिए, जबकि मात्र 2 फीसदी ही बजट ओवरआल बजट में से शिक्षा पर खर्च किया जाता है जो कि बेहद ही कम है. इतने कम बजट में युवाओं को बेहतर शिक्षा मिल पाना संभव नहीं है, लेकिन यदि युवा शिक्षित ही नहीं होगा तो उसे रोजगार भी नहीं मिल पाएगा.

इसके साथ ही अधिक से अधिक पदों को भरने के लिए सृजित किया जाना चाहिए. जिससे कि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें. बहुत से विभागों में पद अभी खाली है, जिन्हें भरने की तरफ सरकार को ध्यान देना चहिए.

राज्य ने बेरोजगारों की बात की जाए तो वर्तमान में 8 लाख 34 हजार 714 बेरोजगार जिला रोजगार कार्यलयों में रजिस्टर्ड है. ऐसे में हर साल हजारों की संख्या में युवा कई तरह की डिग्रियां ले कर अलग-अलग संस्थानों से निकल रहे है, लेकिन उन्हें उस स्तर के रोजगार के अवसर नहीं मिल पा रहे हैं.

शिमलाः देश में हर साल बेरोजगार युवाओं का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में युवाओं की एक ही मांग है कि केंद्र सरकार अधिक से अधिक रोजगार के अवसर छात्रों के लिए सृजित करें. जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें.

5 जुलाई को केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल का बजट आना है और ऐसे में युवाओं की इस बजट से काफी उम्मीदें है. हिमाचल के युवाओं की मांग है कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में दो करोड़ से अधिक नौकरियां देने का वादा किया था, उस वादे को इस साल पूरा किया जाए.

वीडियो

कई लोगों का कहना है कि युवाओं के पास रोजगार नहीं है, जिसके चलते युवा वर्ग नशे का आदि होता जा रहा है, अगर युवाओं को सही रोजगार के अवसर मुहैया करवाए गए होते तो युवा सही दिशा की ओर अग्रसर हो रहे होते.

युवाओं का कहना है कि देश में सबसे अधिक बजट शिक्षा पर खर्च होना चाहिए, जबकि मात्र 2 फीसदी ही बजट ओवरआल बजट में से शिक्षा पर खर्च किया जाता है जो कि बेहद ही कम है. इतने कम बजट में युवाओं को बेहतर शिक्षा मिल पाना संभव नहीं है, लेकिन यदि युवा शिक्षित ही नहीं होगा तो उसे रोजगार भी नहीं मिल पाएगा.

इसके साथ ही अधिक से अधिक पदों को भरने के लिए सृजित किया जाना चाहिए. जिससे कि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें. बहुत से विभागों में पद अभी खाली है, जिन्हें भरने की तरफ सरकार को ध्यान देना चहिए.

राज्य ने बेरोजगारों की बात की जाए तो वर्तमान में 8 लाख 34 हजार 714 बेरोजगार जिला रोजगार कार्यलयों में रजिस्टर्ड है. ऐसे में हर साल हजारों की संख्या में युवा कई तरह की डिग्रियां ले कर अलग-अलग संस्थानों से निकल रहे है, लेकिन उन्हें उस स्तर के रोजगार के अवसर नहीं मिल पा रहे हैं.

Intro:देश में हर साल बेरोजगार युवाओं का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है ऐसे में युवाओं की एक ही मांग है कि केंद्र सरकार अधिक से अधिक रोजगार के अवसर छात्रों के लिए सृजित करें जिससे की युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें। 5 जुलाई को केंद्र सरकार के दूसरे कार्याकाल का बजट आना है और ऐसे में युवाओं की इस बजट से काफी उम्मीदें है। युवाओं की मांग है कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्याकाल ने दो करोड़ से अधिक नौकरियां देने का वादा किया था उस वादे को इस साल पूरा किया जाए।


Body:युवाओं के पास रोजगार नहीं है जिसके चलते युवा वर्ग नशे का आदि होता जा रहा है। अगर युवाओं को सही रोजगार के अवसर मुहैया करवाए गए होते तो युवा सही दिशा की ओर अग्रसर हो रहे होते। युवाओं का कहना है कि देश में सबसे अधिक बजट शिक्षा पर खर्च होना चाहिए जबकि मात्र 2 फीसदी ही बजट ओवरआल बजट में से शिक्षा पर खर्च किया जाता है जो कि बेहद ही कम है। इतने कम बजट में युवाओं को बेहतर शिक्षा मिल पाना संभव नहीं है। अगर युवा शिक्षित ही नहीं होगा तो उसे रोजगार भी नहीं मिल पाएगा।


Conclusion:इसके साथ ही अधिक से अधिक पदों को भरने के लिए सृजित किया जाना चाहिए जिससे कि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें। बहुत से विभागों में पद अभी खाली है जिन्हें भरने की तरफ सरकार को ध्यान देना चहिए। राज्य ने बेरोज़गारों की बात की जाए तो वर्तमान में 8 लाख 34 हजार 714 बेरोजगार जिला रोजगार कार्यलयों में रजिस्टर्ड है। ऐसे में हर साल हजारों की संख्या में युवा कई तरह की डिग्रियां ले कर अलग-अलग संस्थानों से निकल रहे है,लेकिन उन्हें उस स्तर के रोजगार के अवसर नहीं मिल पा रहे है जिससे कि वो अपनी आजीविका जुटा सकें। ऐसे में यह जरूरी है कि इस बार के बजट में सरकार रोजगार और शिक्षा पर अधिक से अधिक बजट खर्च करे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.