शिमला: हिमाचल प्रदेश में आज एक बार फिर से मानसून सक्रिय होने जा रहा है. प्रदेश में 3 अगस्त से 7 अगस्त तक भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी है. 4 और 5 अगस्त को प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है. मौसम विभाग की ओर से इसको लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. इस दौरान कई हिस्सों में तेज बारिश के साथ लैंडस्लाइड और नदियों के उफान पर रहने की भी संभावना जताई है.
इस बार बारिश ने तोड़ा 44 सालों का रिकॉर्ड: जुलाई माह में प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों में जमकर बारिश हुई है और जुलाई महीने में बारिश ने 44 सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 1980 में जुलाई महीने में 477 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी और उसके बाद अब 437 मिली मीटर बारिश जुलाई महीने में रिकॉर्ड की गई है. वहीं, प्रदेश में अभी मानसून सक्रिय है और सितंबर तक मानसून की बारिश जारी रहने की संभावना मौसम विभाग की ओर से जताई गई है.
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है कि प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मानसून कमजोर पड़ गया था, लेकिन अब फिर से मानसून सक्रिय होने जा रहा है. प्रदेश में आज से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि 4 अगस्त के बाद प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने की आशंका है और इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है.
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने कहा कि कई हिस्सों में लैंडस्लाइड और नदियों के उफान पर रहने की भी संभावना है. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. वहीं, उन्होंने कहा कि जुलाई महीने में मानसून में काफी ज्यादा बारिश हुई है और कई सालों के रिकॉर्ड टूटे हैं. 1980 में प्रदेश में जुलाई महीने में सबसे ज्यादा बारिश 777 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी और इस साल जुलाई महीने में अब तक 437 मिलीमीटर बारिश जुलाई महीने में रिकॉर्ड की गई है. मानसून के दौरान शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू में सबसे ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई है.
बता दें कि प्रदेश में इस बार मानसून ने जमकर कहर बरपाया है. मानसून के दौरान काफी ज्यादा जानी और माली नुकसान हुआ है. प्रदेश में अब तक 8000 करोड से ज्यादा का नुकसान की संभावना जताई गई है, जबकि 197 लोगों की जान मानसून के दौरान जा चुकी है. इसके अलावा कई लोग बेघर भी हो चुके हैं. वहीं, आगामी दिनों में फिर से मानसून में भारी बारिश की आशंका जताई गई है.
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