शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई चर्चा के बाद हिमाचल ने कोविड-19 वैक्सीनेशन की तैयारियां करीब-करीब पूरी कर ली हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग में सभी राज्यों को वैक्सीनेशन के लिए जरूरी कोल्ड चेन उपकरणों की तैयारी रखने को कहा गया था.
इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी संबंधित विभागों को उपकरणों की सूची व अन्य तैयारियां तेजी से करने के आदेश दिए थे. इसी बीच, कोविड की स्थिति का जायजा लेने हिमाचल आई तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम के साथ राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई है. टीम गुरूवार को मंडी जिला का दौरा कर रही है.
अधिकारियों से कोरोना की स्थिति पर चर्चा
केंद्रीय टीम की अगुवाई केंद्रीय स्वास्थ्य सेवाओं के सेवानिवृत डॉयरेक्टर जनरल डॉ. राजीव गर्ग कर रहे हैं. उनके साथ एक कम्यूनिटी मेडिसिन का विशेषज्ञ और एक पल्मनरी मेडिसिन यानी श्वास रोग विशेषज्ञ हैं. बुधवार को टीम ने राज्य के अफसरों से प्रदेश में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली.
कांगड़ा-कुल्लू का दौरा करेगी टीम
केंद्रीय टीम कुल्लू व कांगड़ा का दौरा कर शनिवार को वापिस शिमला आएगी. शिमला में राजीव गर्ग एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग के साथ मीटिंग कर उन्हें अपना फीडबैक देंगे. बाद में शनिवार को ही टीम दिल्ली लौट जाएगी. हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी के अनुसार हिमाचल आई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम के साथ राज्य में कोरोना संक्रमण के लिए वैक्सीनेशन की रणनीति पर चर्चा हुई है.
कोरोना वॉरियर्स को मिलेगी पहले वैक्सीन
हिमाचल के स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्रदेशवासियों को चरणबद्ध तौर पर कोरोना का टीका लगाने की योजना बनाई है. पहले चरण में सरकार कोरोना वॉरियर्स यानी स्वास्थ्य व अन्य विभागीय कर्मचारियों के साथ साथ करीब 70 हजार लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी.कोरोना की वैक्सीन को शून्य से भी दस डिग्री सेल्सियस कम तापमान पर रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग ढांचा तैयार करेगी.
हिमाचल में 1.6 फीसदी है मृत्यु दर
यहां बता दें कि नवंबर महीने में ही हिमाचल में कोरोना का संक्रमण इस कदर तेजी से फैला है कि राज्य की मृत्यु दर देश की औसत मृत्यु दर से अधिक हो गई है. मृत्यु दर की राष्ट्रीय औसत 1.49 है और हिमाचल में ये 1.6 फीसदी है. अवस्थी के मुताबिक प्रदेश में कोरोना से मृत्यु दर बढऩे का कारण संक्रमण की पीक का देरी से आना है. अनलॉक में आवाजाही तेजी से बढ़ी और फिर प्रदेश में कोरोना का पीक देरी से आया.
रोजाना लिए जा रहे हैं पांच हजार सैंपल
ऐसे में मौजूदा समय में संक्रमण के साथ ही मृत्यु दर भी बढ़ रही है. हिमाचल में इस समय पांच हजार सैंपल लिए जा रहे हैं. स्टाफ की कमी को दूर करते हुए टैक्निशियन, स्टाफ नर्सिज व डॉक्टर्स की भर्ती की गई है. अब सैंपल की संख्या भी बढ़ेगी. वैसे सत्तर लाख की आबादी वाले प्रदेश में रोजाना पांच हजार सैंपल की संख्या कम नहीं कही जा सकती. वहीं, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि केंद्र से आई तीन सदस्यों की टीम शिमला में मीटिंग करने के बाद मंडी गई है व बाद में अन्य दो जिलों में भी जाएगी.