शिमला: हिमाचल में इस बार मानसून ने जमकर तबाही मचाया है. मूसलाधार बारिश से जानमाल को भारी क्षति पहुंची है. मानसून की बारिश में अब तक प्रदेश को ₹4800 करोड़ का नुकसान आंका गया है. वहीं, लगातार हो रही बारिश से नुकसान का आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका है. इस मानसून सीजन में हुई भारी बारिश ने अब तक 130 लोगों की जान ले ली है. यही नहीं प्रदेश में 5200 से ज्यादा परिवारों के मकान भी बारिश में क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
PWD को ₹1521 करोड़ का नुकसान: प्रदेश में मानसून में अबकी बार जानमाल की भारी क्षति हुई है. मानसून की बारिश में सड़कों, पानी की परियोजनाओं, सरकार और निजी संपत्तियों को ₹4800 करोड़ की क्षति पहुंची है. इसमें लोक निर्माण विभाग को करीब ₹1521 करोड़ की क्षति हुई है. प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सैकड़ों सड़कें क्षतिग्रस्त हुई है. दो दर्जन पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. जबकि करीब एक दर्जन पुल बह गए हैं. लगातार हो रही बारिश से सड़कों के बंद होने का सिलसिला अभी जारी है.
भारी बारिश से सैंकड़ों सड़क बंद: प्रदेश में अभी भी 735 सड़कें भी बंद हैं. इनमें सबसे ज्यादा 367 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला के तहत बंद हैं. जबकि 220 सड़कें मंडी जोन, 133 सड़कें कांगड़ा जोन और 16 सड़कें हमीरपुर जोन के तहत बंद हैं. विभाग ने सड़कों को खोलने के काम में करीब ट्रक टिप्पर सहित कुल 941 मशीनें लगाई हैं, लेकिन बारिश सड़कों की बहाली के कार्य में बाधा बन रही है.
जल शक्ति विभाग की योजनाएं क्षतिग्रस्त: भारी बारिश प्रदेश में पानी परियोजनाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. जल शक्ति विभाग की करीब 7256 योजनाएं प्रभावित हुई हैं. इनमें 5707 पेयजल परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें से 5473 को बहाल कर दिया गया है. इसके अलावा सिंचाई की 1352, फ्लड कंट्रोल की 138 व सीवरेज की 59 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. अब तक जलशक्ति विभाग को करीब ₹1440 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.
बिजली बोर्ड को भी भारी नुकसान: इसके अलावा बिजली बोर्ड को भी करीब ₹1451 करोड़ का नुकसान अब तक आंका गया है. प्रदेश में बिजली की कई परियोजनाओं को क्षति पहुंचने के साथ ही बिजली की लाइनों को भी क्षति पहुंची है. बागवानी को करीब ₹75 करोड़ का नुकसान आंका गया है. इसके अलावा शहरी निकायों में भी करीब ₹6.47 करोड़ का नुकसान बारिश ने पहुंचाया है.
130 लोगों की मौत, 5200 आशियाने उजड़े: मानसून में प्रदेश में भारी जानी नुकसान हुआ है. मानसून में अब तक प्रदेश में 125 लोगों की जानें गई हैं. बादल फटने, भूस्खलन होने से प्रदेश में करीब 5275 परिवारों के आशियाने भी क्षतिग्रस्त हुए. इनमें 572 घर पूरी तरह, जबकि 4703 घरों को आंशिक क्षति पहुंची है. इनके अलावा 148 दुकानें भी इस बरसात में क्षतिग्रस्त हुई है. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 1246 से गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.