शिमला: हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र जारी है. इस दौरान प्रदेश सरकार ने सदन हिमाचल आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने को लेकर संकल्प प्रस्ताव पेश किया. सदन में बहुमत मिलने पर संकल्प प्रस्ताव पास हो गया है. हालांकि विपक्ष द्वारा प्रस्ताव पर समर्थन न देने को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा विधायकों और नेता प्रतिपक्ष पर तीखा हमला बोला है. सीएम ने भाजपा पर आपदा के समय राजनीतिक रोटियां सेकने और हिमाचल के लोगों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है.
प्रस्ताव पर विपक्ष का नहीं मिला समर्थन: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रस्ताव पर समर्थन न कर भाजपा ने प्रदेश के लोगों के साथ धोखा किया है. इसके लिए प्रदेश की जनता उनको कभी माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि आज का दिन भाजपा द्वारा लिखा गया काला अध्याय है. सरकार ने प्रदेश में हुई आपदा को लेकर एक प्रस्ताव सदन में पेश किया था, जिसमें इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की गई थी. सरकार ने इस पर विपक्ष से राय मांगी और साथ में इसका समर्थन करने की भी अपील की. इसके अलावा इसमें हिमाचल प्रदेश के लिए 12 हजार करोड़ का विशेष आर्थिक पैकेज मांगा गया.
भाजपा पर भड़के सीएम सुक्खू: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि तीन दिन इस प्रस्ताव पर चर्चा चली. सरकार ने फेडरल ढांचे में हिमाचल को मिलने वाले आपदा से संबंधित पैसे के लिए केंद्र सरकार और बीजेपी के राष्ट्रीय जेपी नड्डा का धन्यवाद भी किया. सदन में ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित होने के बाद राज्य सरकार इस संकल्प को केंद्र सरकार को प्रेषित करेगी, लेकिन सदन में विपक्षी दल भाजपा ने सरकार के इस संकल्प का समर्थन नहीं किया. जिसे लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा को जमकर घेरा और आपदा में राजनीति करने के आरोप लगाए.
हिमाचल में आपदा से करोड़ों का नुकसान: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस साल ऐसी आपदा आई, जिसे बीते 50 सालों में नहीं देखा गया. आपदा से प्रदेश में भारी तबाही हुई है. इसके कारण प्रदेश में 441 लोगों की मौत हो गई, सैकड़ों लोग घायल हो गए. जबकि अभी भी कुछ लोग लापता हैं, जिनका अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. प्रदेश में हजारों करोड़ों रुपयों का भारी नुकसान हो चुका है, जिसके लिए केंद्र की मदद की जरूरत है.
भाजपा पर सीएम ने लगाए राजनीतिकरण के आरोप: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने को लेकर सदन में संकल्प प्रस्ताव सरकार द्वारा लाया गया. जिसे आगे केंद्र सरकार को पारित किया गया. इसमें हिमाचल में आपदा से हुए नुकसान के लिए 12 हजार करोड़ की मांग की गई, लेकिन इस प्रस्ताव को विपक्ष ने अपना समर्थन नहीं दिया है. सीएम ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंक रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा पहले लगातार विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने की मांग करती रही और अब जब मानसून सत्र में आपदा को लेकर प्रस्ताव पेश किया तो भाजपा ने उसमें अपना समर्थन नहीं दिया. यह हिमाचल प्रदेश की जनता के साथ धोखा है, जिसे जनता कभी माफ नहीं करेगी.
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