मंडीः शनिवार को सीटू, किसान सभा, महिला समिति, एसएफआई, डीवाईएफआई ने राष्ट्रीय किसान आंदोलन के आह्वान पर मंडी के सेरी चांदनी में धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसान सभा का कहना है कि देश में किसान पिछले 73 दिनों से आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार लगातार किसानों की मांगों को अनदेखा कर रही है.
जन विरोधी फैसले ले रही सरकार
इस मौके पर सीटू के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार देश में आम जनता विरोधी फैसले ले रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस आंदोलन को कुचलना चाहती है, लेकिन किसानों ने भी अपनी तैयारी शुरु कर दी है. आने वाले समय में इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार ने आंदोलनकारियों के पानी, बिजली और अन्य सुविधाओं को बंद किया है, वह यह दर्शाता है कि सरकार इस देश के किसानों को किस रुप में देखती है.
पूंजीपतियों को फायदा देने वाला है कानून
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि तीनों कृषि कानून बड़े पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाले और किसानों की लूट को तेज करने वाले हैं. किसान सभा का कहना है कि आने वाले समय में हजारों लोग दिल्ली की ओर कूच करेंगे. जब तक सरकार कृषि विरोधी कानून को वापस नहीं लेती, तब तक आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा.
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