ETV Bharat / state

युग हत्याकांड के दोषियों को फांसी की पुष्टि पर आज भी जारी रहेगी सुनवाई, 9 साल पहले हुई थी निर्मम हत्या

author img

By

Published : Mar 6, 2023, 9:01 PM IST

Updated : Mar 7, 2023, 11:45 AM IST

हिमाचल हाई कोर्ट में आज यानी मंगलवार को प्रदेश के बहुचर्चित युग अपहरण व मर्डर केस के दोषियों को फांसी की सजा की पुष्टि की सुनवाई होगी.

युग हत्याकांड.
युग हत्याकांड.

शिमला: हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित युग अपहरण व मर्डर केस के दोषियों को फांसी की सजा की पुष्टि के लिए हाईकोर्ट में मंगलवार को भी सुनवाई जारी रहेगी. सोमवार को इस मामले में हाईकोर्ट में लंबी सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल व न्यायमूर्ति संदीप शर्मा की खंडपीठ ने फैसला लिया कि सुनवाई अगले दिन यानी मंगलवार को भी जारी रहेगी.

उल्लेखनीय है कि शिमला के चार साल के बच्चे मास्टर युग को तीन दरिंदों ने अपहरण के बाद निर्दयता से मार डाला था. निचली अदालत ने इसे रेयरेस्ट ऑफ रेयर का मामला पाते हुए तीन दोषियों को मौत की सजा सुनाई थी. निचली अदालत द्वारा सुनवाई गई सजा-ए-मौत की पुष्टिकरण के लिए मामला हाईकोर्ट में है. तीनों दोषियों की फांसी की सजा को लेकर पुष्टिकरण के लिए ये मामला शिमला के सत्र न्यायाधीश की ओर से रेफरेंस के तौर पर हाईकोर्ट के समक्ष रखा गया है.

इस मामले में तीनों दोषियों ने भी अपील के माध्यम से सत्र न्यायाधीश के फैसले को चुनौती दी है. शिमला के राम बाजार के एक कारोबारी के चार साल के बेटे मास्टर युग का पड़ोस में रहने वाले तीन युवकों तेजेंद्र पाल, विक्रांत बख्शी व चंद्र शर्मा ने अपहरण कर लिया था. अपहरण के बाद उन्होंने मासूम को यातनाएं देते हुए मार डाला और शव को भराड़ी के टैंक में फैंक दिया था. टैंक से मासूम युग का कंकाल बरामद हुआ था. अदालत में मामला चला और शिमला के सेशन जज न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह की अदालत ने तीनों को फांसी की सजा सुनाई थी.

न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह की अदालत ने इस अपराध को दुर्लभ में दुर्लभतम श्रेणी के दायरे में पाया था. तीनों दोषियों ने 14 जून 2014 को शिमला के राम बाजार से फिरौती के लिए युग का अपहरण किया था. अपहरण के दो साल बाद अगस्त 2016 में शिमला के उपनगर भराड़ी में पेयजल टैंक से युग का कंकाल बरामद किया गया था. तीनों ने मासूम को भयानक यातनाएं देने के बाद उसके शरीर में पत्थर बांध कर पानी से भरे टैंक में फैंक दिया था. अब देखना है कि मंगलवार यानी कल हाईकोर्ट इस मामले में क्या फैसला लेता है. इससे पहले हाईकोर्ट के कुछ न्यायाधीश इस मामले में सुनवाई से खुद को अलग कर चुके हैं.

ये भी पढ़ें: युग हत्याकांड: सजा-ए-मौत के पुष्टिकरण पर हाईकोर्ट में 13 जून को अंतिम सुनवाई

ये भी पढ़ें : युग हत्याकांड: जानिए हाईकोर्ट में 2018 से कब-कब टली सजा-ए-मौत की कन्फर्मेशन से जुड़ी सुनवाई

शिमला: हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित युग अपहरण व मर्डर केस के दोषियों को फांसी की सजा की पुष्टि के लिए हाईकोर्ट में मंगलवार को भी सुनवाई जारी रहेगी. सोमवार को इस मामले में हाईकोर्ट में लंबी सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल व न्यायमूर्ति संदीप शर्मा की खंडपीठ ने फैसला लिया कि सुनवाई अगले दिन यानी मंगलवार को भी जारी रहेगी.

उल्लेखनीय है कि शिमला के चार साल के बच्चे मास्टर युग को तीन दरिंदों ने अपहरण के बाद निर्दयता से मार डाला था. निचली अदालत ने इसे रेयरेस्ट ऑफ रेयर का मामला पाते हुए तीन दोषियों को मौत की सजा सुनाई थी. निचली अदालत द्वारा सुनवाई गई सजा-ए-मौत की पुष्टिकरण के लिए मामला हाईकोर्ट में है. तीनों दोषियों की फांसी की सजा को लेकर पुष्टिकरण के लिए ये मामला शिमला के सत्र न्यायाधीश की ओर से रेफरेंस के तौर पर हाईकोर्ट के समक्ष रखा गया है.

इस मामले में तीनों दोषियों ने भी अपील के माध्यम से सत्र न्यायाधीश के फैसले को चुनौती दी है. शिमला के राम बाजार के एक कारोबारी के चार साल के बेटे मास्टर युग का पड़ोस में रहने वाले तीन युवकों तेजेंद्र पाल, विक्रांत बख्शी व चंद्र शर्मा ने अपहरण कर लिया था. अपहरण के बाद उन्होंने मासूम को यातनाएं देते हुए मार डाला और शव को भराड़ी के टैंक में फैंक दिया था. टैंक से मासूम युग का कंकाल बरामद हुआ था. अदालत में मामला चला और शिमला के सेशन जज न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह की अदालत ने तीनों को फांसी की सजा सुनाई थी.

न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह की अदालत ने इस अपराध को दुर्लभ में दुर्लभतम श्रेणी के दायरे में पाया था. तीनों दोषियों ने 14 जून 2014 को शिमला के राम बाजार से फिरौती के लिए युग का अपहरण किया था. अपहरण के दो साल बाद अगस्त 2016 में शिमला के उपनगर भराड़ी में पेयजल टैंक से युग का कंकाल बरामद किया गया था. तीनों ने मासूम को भयानक यातनाएं देने के बाद उसके शरीर में पत्थर बांध कर पानी से भरे टैंक में फैंक दिया था. अब देखना है कि मंगलवार यानी कल हाईकोर्ट इस मामले में क्या फैसला लेता है. इससे पहले हाईकोर्ट के कुछ न्यायाधीश इस मामले में सुनवाई से खुद को अलग कर चुके हैं.

ये भी पढ़ें: युग हत्याकांड: सजा-ए-मौत के पुष्टिकरण पर हाईकोर्ट में 13 जून को अंतिम सुनवाई

ये भी पढ़ें : युग हत्याकांड: जानिए हाईकोर्ट में 2018 से कब-कब टली सजा-ए-मौत की कन्फर्मेशन से जुड़ी सुनवाई

Last Updated : Mar 7, 2023, 11:45 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.