शिमला: हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने आज पूरे प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. बिजली कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन बहाल नहीं की गई है. जबकि एचआरटीसी सहित अन्य विभागों में कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन लागू कर दी गई है. इसके अलावा कई अन्य मसले हैं, जिनको लेकर आज बिजली बोर्ड के कर्मचारियों धरना प्रदर्शन करेंगे.
बता दें कि बीते दिन हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड इम्प्लॉइज एवं इंजीनियरज फ्रंट की बैठक फ्रंट के संयोजक लोकेश ठाकुर की अध्यक्षता में बिजली बोर्ड के निदेशक मंडल से हुई. इस बैठक में बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक, सभी निदेशकों और इंप्लॉइज यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कामेश्वर शर्मा के अतिरिक्त विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. फ्रंट ने इस बैठक में पॉवर निगम को बिजली बोर्ड से हस्तांतरित की गई चंबा जिला की चार छोटी परियोजनाओं को वापस लेने की मांग की गई.
वहीं, फ्रंट ने कहा इन परियोजनाओं को जर्मन कंपनी से फंडिंग का बिजली बोर्ड का करार हुआ है, जिसमें 550 करोड़ रुपये का अनुदान है, लेकिन यह कंपनी पावर निगम को फंडिंग नहीं करेगी. इसके चलते 550 करोड़ का अनुदान राज्य सरकार को नहीं मिलेगा. इसलिए यह परियोजनाओं का निर्माण बिजली बोर्ड से ही कराया जाए. वहीं, बिजली बोर्ड का विघटन कर इसके संचार व उत्पादन विंगों को अलग-अलग करने की मुहिम पर तुरंत रोक लगाने की मांग की.
फ्रंट ने कहा कि ऐसा करने से जहां बिजली बोर्ड के कर्मचारियों की सर्विस कंडीशन प्रभावित होगी. वहीं उपभोक्ताओं की बिजली दरें लगभग दोगुनी हो जायेगी. इस बैठक में इसके अतिरिक्त बिजली बोर्ड में स्मार्ट मीटरिंग पर विस्तृत चर्चा हुई, फ्रंट ने कहा बोर्ड की वितीय स्थिति को देखते हुए इस योजना पर पुनर्विचार किया जाए. हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड इम्प्लॉइज यूनियन के महासचिव एवं ज्वाइंट फ्रंट के सह संयोजक हीला लाल वर्मा ने कहा है कि इन सभी मुद्दों पर विस्तार में चर्चा हुई और प्रबंधन ने फ्रंट द्वारा रखे गए सुझावों को मानने बारे आश्वस्त किया.
वहीं पुरानी पेंशन पर कोई बात नहीं बन पाई है. उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट कह रहा है कि इस बारे में ज्ञापन कुछ संशोधन के बाद फिर से प्रदेश सरकार के वित्त विभाग को भेजा जा रहा है. इससे फ्रंट सहमत नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे में आज बिजली कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. पूरे प्रदेश में बिजली कर्मचारी व अभियंता धरना प्रदर्शन करेंगे.
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