शिमला: हिमाचल में आज से कम बसें मिलेंगी. हिमाचल में विधानसभा चुनावों के लिए एचआरटीसी की 2400 बसें लगाई गई हैं. ये बसें चुनावी डयूटी में तैनात पोलिंग पार्टियां को लाने ले जाने के लिए लगाई गई हैं. कल से बस पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्र छोड़ने जाएंगी. इसके साथ ही मतदान खत्म होने के बाद भी बस कर्मचारियों को लाने और ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम तक पहुंचाने के लिए भी भी इन बसों को लगाया जाएगा. चुनाव आयोग के निर्देश के बाद एचआरटीसी ने अपने ड्राइवर और कंडक्टरों को इस बारे में दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
हिमाचल में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं, इन चुनावों के लिए करीब 32 हजार कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई है. कर्मचारी अपने विधानसभा क्षेत्र में डयूटी नहीं दे सकते. इन कर्मचारियों की ड्यूटी दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में लगाई गई हैं, ताकि निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित हो सके. कर्मचारियों को दूसरे जगहों पर लाने ले जाने के लिए एचआरटीसी की बसें लगाई गई हैं. हालांकि एचआरटीसी ने इसके संबंधित डिपो से बसें लगाई गई हैं, लेकिन सभी विधानसभा क्षेत्रों में डिपो नहीं हैं वहां दूसरी जगह से बसें लगाई गई हैं.
शिमला जिले में 232 बसें चुनावी डयूटी पर रहेंगी: शिमला जिला की बात करें दो यहां पर 232 बसें चुनावी डयूटी में लगाई गई हैं. इनमें रामपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए 30 बसें, ठियोग के लिए 35, जुब्बल कोटखाई के लिए 27, चौपाल के लिए 30, रोहड़ू के लिए 25, शिमला ग्रामीण के लिए 30, शिमला शहरी के लिए 11 और कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र के लिए 22 बसें चुनावी ड्यूटी पर रहेंगी. यही नहीं इन सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए औसतन 3 बसें रिजर्व में रखी गई. (Himachal Election 2022, HRTC Buses on Election Duty)
जीपीएस से लैस की गई हैं एचआरटीसी की बसें: हिमाचल में चुनावी डयूटी पर लगाई गई एचआरटीसी की बसों को जीपीएस (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) से लैस किया गया है. जीपीएस लगने के बाद अब इन बसों को ट्रैक किया जा सकेगा, इससे यह पता लगाया जा सकेगा कि ये बसें किस रूट पर जा रही हैं. बसों में जीपीएस लगाने का मकसद चुनाव में पारदर्शिता बरतना है. बसों के लिए रूट भी चुनाव आयोग ने तय कर रखे हैं.
चुनावी ड्यूटी में बसें लगाने से लोगों को उठानी पड़ सकती है परेशानी: हिमाचल में एचआरटीसी के बेड़े में करीब 3500 बसें हैं, जिनमें से करीब 500 बसें खराब हैं और बाकी की 3000बसें विभिन्न रूटों पर चलाई जा रही हैं. एचआरटीसी की ये बसें हिमाचल के भीतर चलने के साथ-साथ दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हरिद्वार व चंडीगढ़ जैसे बाहरी राज्यों के रूटों पर भी चलाई जा रही हैं. इस तरह एक साथ 2400 बसें एक साथ चुनावी ड्यूटी में लगाने से हिमाचल के विभिन्न रूटों पर बस सेवाएं प्रभावित रहेंगी, जिससें यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
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