शिमला: हिमाचल सरकार के निर्देश के बाद स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शिक्षा विभाग ने पहल कर दी है. स्कूलों में प्लस वन और प्लस टू में किस विषय में कितने छात्र हैं, कौन से विषय खाली पड़े हैं ? इन सब को लेकर विभाग ने सभी स्कूलों से एनरोलमेंट रिपोर्ट मांगी है.
शिक्षा विभाग ने सभी जिला उपनिदेशकों को निर्देश जारी कर मामले पर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है. इस दौरान स्कूलों को विषयवार छात्रों की एनरोलमेंट देनी होगी. किस विषय में एक भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया और उस विषय के स्कूल में कितने पीजीटी कार्यरत हैं, यह जानकारी स्कूल प्रशासन से मांगी गई है.
विभाग की ओर से इसके लिए परफॉर्मा भी जारी किया गया है. इसमें स्कूल का नाम, विषय का नाम, जिसमें छात्र एनरोल नहीं हैं, उस विषय के स्कूल में कितने पद भरे हैं, कितने स्वीकृत हैं और कितने खाली हैं. इसकी पूरी जानकारी स्कूल को देनी होगी. इसके अलावा विषय के शिक्षक का नाम और शिक्षक कब से स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं, यह भी स्कूलों को बताना होगा.
बताया जा रहा है कि मामले पर रिपोर्ट आने के बाद विभाग इन शिक्षकों को अन्य स्कूल, जहां उक्त विषयों के शिक्षकों की कमी है, वहां भेज सकता है. बता दें कि इस दौरान शिक्षा विभाग ने 200 से ज्यादा शिक्षकों के डैपुटेशन रद्द कर उन्हें वापस स्कूल भेजा है. हाल ही में शिक्षा विभाग ने स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों की सूची तैयार कर सरकार को भेजी है.
सभी स्कूलों में लाइब्रेरी की स्थिति और अच्छी हो, लाइब्रेरी में अच्छी पुस्तके हो इसके लिए भी व्यवस्था की जा रही है. शिक्षा विभाग ने हर वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में लाइब्रेरी रूम बनाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही स्कूलों को लाइब्रेरी को नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के साथ लिंक करने को भी कहा गया है. विभाग ने स्कूलों से इसकी अनुपालना रिपोर्ट भी मांगी है. इसका फायदा यह होगा कि स्कूलों में बच्चों को अच्छी पुस्तक पढ़ने को मिलेगी जिससे उनका स्तर और ऊंचा उठेगा.
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