शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की त्रासदी से सब तहस-नहस हो गया है. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि जिस तरह की आपदा इस साल हिमाचल में आई है, वैसी आपदा का ब्यौरा पिछले 50 सालों से कहीं देखने को नहीं मिला है. इस बार बेहद डरावनी तस्वीरें सामने आई हैं. इस आपदा में प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि सरकार ने आपदा को देखते हुए राहत राशि में भी बदलाव किया है.
कुमारसैन में आपदा प्रभावित पंचायतों का दौरा: जानकारी के मुताबिक, बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शुक्रवार को कुमारसैन उपमंडल में दौरा किया. कैबिनेट मंत्रियों ने आपदा प्रभावित ग्राम पंचायत मधावनी व खनेटी का जायजा लिया और आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने लोगों को इस मुश्किल घड़ी में हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया. कैबिनेट मंत्रियों ने कुमारसैन उपमंडल की ग्राम पंचायत जरोल, थानेदार, भुटटी का भी दौरा किया और आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात की.
सड़कों को जल्द बहाल करने के दिए निर्देश: इस दौरान बागवानी मंत्री और शिक्षा मंत्री ने क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों का जायजा लिया. पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को सड़कों को जल्द दुरूस्त करने के निर्देश दिए, ताकि बागवानों को सेब सीजन में कोई असुविधा न हो. उन्होंने क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि वह आपदा प्रभावित लोगों की मदद करें और राज्य सरकारी के संशोधित आपदा राहत मैनुअल से लोगों को अवगत करवाएं.
इन इलाकों का कैबिनेट मंत्रियों ने किया दौरा: वहीं, कुमारसैन-ठियोग के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने दोनों कैबिनेट मंत्रियों को आपदा से हुए नुकसान का विस्तृत ब्यौरा दिया. इसके बाद बागवानी मंत्री और शिक्षा मंत्री ने रामपुर विधानसभा क्षेत्र की ननखड़ी तहसील का दौरा किया और खोलीघाट, गहान, अड्डू, जबालड़ा, खड़ान में आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं जानी.