शिमला: राजपथ पर 71वें गणतंत्र के मौके पर होने वाली परेड में इस बार हिमाचल की झांकी भी दिखाई देगी. इस बार हिमाचल की झांकी में कुल्लू दशहरे को दिखाया जाएगा. वीरवार को भी फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान हिमाचल की झांकी राजपथ पर देखी गई. इस दौरान देवधुनों से माहौल भक्तिमय हो गया.
हिमाचल की झांकी को हर कोई कैमरे में कैद करने के लिए उत्सुक दिखा. कुल्लू के दो देवरथ और 30 देवलू अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे की झांकी को पेश करेंगे. देवरथों की शोभा बढ़ाने के लिए ढोल, नगाड़े, करनाल, नरसिंगों को बजाने वाले बजंतरी भी इस दौरान मौजूद होंगे.
झांकी के माध्यम से कुल्लू दशहरा की देव संस्कृति को भी दिखाया जाएगा. झांकी में शामिल होने के लिए देवसदन के म्यूजियम में रखे दो देवरथों को दिल्ली ले जाया गया है
बता दें कि पिछली बार हिमाचल के मॉडल को गणतंत्र दिवस की परेड से बाहर कर दिया गया था. 2018 में लाहौल स्पीति के की-गोंपा बौद्ध मठ की झांकी दिखाई गई थी. की गोंपा की स्थापना 11वीं शताब्दी में की गई थी. यहां आज भी प्राचीन बौद्ध चित्रकला व थंका चित्रकारी मौजूद है.
वहीं, 2017 में गणतंत्र समारोह तीन साल बाद हिमाचल की अद्भुत पारंपरिक हस्तकला चंबा रूमाल को प्रस्तुत किया गया था. झांकी के अगले हिस्से में चंबा रूमाल पर काम करती एक महिला की कसीदाकारी करती सुंदर प्रतिमा दिखाई गई थी, जबकि मध्य भाग में कृष्ण एवं राधा को गोपियों के साथ रास-लीला नृत्य करते हुए दर्शाया गया था. इस बार कुल्लू दशहरे की झांकी रजपथ पर दिखाई देगी.बता दें कि कुल्लू दशहरा विश्वभर में विख्यात है. कुल्लू दशहरे को अंतरराष्ट्रीय मेले का दर्जा प्राप्त है. यह 18वां मौका होगा जब हिमाचल की झांकी गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर दिखाई देगी.
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