शिमला: क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी करने वाले तीन मुख्य आरोपियों को SIT ने गुजरात से गिरफ्तार किया है. तीनों मुख्य आरोपियों को गुजरात से हिमाचल लाया गया है. तीनों आरोपी मंडी के रहने वाले हैं. आरोपियों के नाम सुभाष शर्मा, हेमराज ठाकुर और सुखदेव ठाकुर हैं और वारदात को अंजाम देने के बाद गुजरात में छिपे हुए थे. उत्तरी क्षेत्र के डीआईजी अभिषेक दुल्लर ने बताया कि इन आरोपियों को गुजरात पुलिस की मदद से सोमनाथ जिले से दबोचा है. क्रिप्टो करेंसी मामले में एसआईटी ने यह पहली एफआईआर दर्ज की है. इन तीनों पर पालमपुर के लोगों से 18 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है.
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विधानसभा में उठा था मामला: बता दें कि क्रिप्टो करेंसी फर्जीवाड़े का मामला विधानसभा के दौरान देहरा के विधायक होशियार सिंह ने उठाया था. इनकी मांग पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने एसआईटी गठित कर सख्त कार्रवाई का भरोसा सदन में दिया था. इसके बाद हिमाचल के DGP संजय कुंडू ने क्रिप्टो करेंसी फर्जीवाड़े की जांच के लिए SIT गठित की.
लालच देकर फंसाए: SIT द्वारा गिरफ्तार किए गए इन तीनों आरोपियों पर आरोप है कि इन्होंने लोगों से वादा किया कि उनका निवेश दोगुना हो जाएगा. इसी प्रलोभन में लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश करते गए. इन आरोपियों पर अपने फायदे के लिए क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में हेरफेर करने का आरोप है, जिससे Investors को नुकसान हुआ. आरोपियों ने नई क्रिप्टो करेंसी, DGT Coin और बीटीपीपी टोकन पर भी स्विच किया, जिससे Investors को नुकसान हुआ. इसके अलावा शिकायतकर्ताओं का दावा है कि जब निवेशकों ने रिफंड मांगा या असंतोष व्यक्त किया तो आरोपियों ने धमकियां दीं. वहीं, क्रिप्टो करेंसी से संबंधित ऑनलाइन रिकॉर्ड और वेबसाइटों को हटाने का भी आरोप है.
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