शिमला: राजधानी शिमला की सड़कों की हालत जल्द सुधरने वाली है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राजधानी शिमला की सड़कों की हालत सुधारने के लिए 10 करोड़ देने का ऐलान किया है. मंगलवार को शिमला शहरी विधायक हरीश जनारथा ने शिमला शहर की सड़कों का मुद्दा मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया और शहर की सड़कों की हालत सुधारने के लिए धनराशि देने का आग्रह किया.
वहीं, मुख्यमंत्री ने भी सदन में ही शिमला शहर की सड़कों के लिए 10 करोड़ रुपये देने का ऐलान कर दिया. साथ ही लोक निर्माण विभाग को जल्द से जल्द काम शुरू करने के निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि शहरी विधायक हरीश जनारथा ने शिमला शहर की सड़कों की टारिंग सहित मरम्मत कार्य को लेकर 10 करोड़ देने का आग्रह किया था और उनके आग्रह को स्वीकार कर 10 करोड़ मंजूर किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि शिमला में सड़कों की टारिंग की अवधि कम रहती है. क्योंकि यहां बरसात जल्दी शुरू हो जाती और कई बार 15 अक्तूबर तक चलती है. सर्दियों में शिमला का तापमान जल्दी गिरने के कारण टारिंग नहीं हो पाती. इसलिए अप्रैल व मई महीने में टारिंग करवाई जाए, इसको लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं.
बता दें कि शिमला में लंबे समय से सड़कों की हालत बेहद दयनीय बनी हुई है. खासकर समिट्री टनल से ढली चौक के बीच सड़क की हालत गांव की पगडंडियों से भी बदतर हो गई है. सड़कों पर धूल के गुब्बार की वजह से पैदल चलना मुश्किल हो गया है. बारिश में कीचड़ से लोग दुखी हैं. संजौली से आईजीएमसी सड़क मार्ग पर भी जगह-जगह गड्ढे होने से बरसात में यहां पर लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है. इसके अलावा शहर की कई सड़कों की हालत दयनीय हो गई है.
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