शिमला: हिमाचल में शनिवार को 68 विधनसभा क्षेत्रों के लिए मतदान हुआ. कुछ जगह पर वोटर ज्यादा संख्या में देर से पहुंचे और कई जगह पर EVM में खराबी के चलते मतदान देर शाम तक चला. रात 12 बजे निर्वाचन विभाग से आए आंकड़ों के अनुसार राज्य में इस बार 74 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है, हालांकि पोस्टल बैलेट की गणना बाकी है. पिछली बार हिमाचल में 74.6 फीसदी मतदान हुआ था. इस बार सबसे अधिक 85.2 फीसदी वोटिंग सोलन जिला के दून विधानसभा सीट पर हुआ है, सबसे कम मतदान शिमला शहरी में 62.5 फीसदी रहा है. वहीं मतदान के मामले में सिरमौर जिला अव्वल रहा जहां 78% मतदान हुआ. जबकि सबसे कम 71.18% वोटिंग हमीरपुर जिले में हुई है. (शनिवार रात 12 बजे तक जिला वार मतदान प्रतिशत).
जिला | मतदान प्रतिशित (12 बजे तक) |
बिलासपुर | 75.04% |
चंबा | 73.41% |
हमीरपुर | 71.18% |
कांगड़ा | 75.10% |
किन्नौर | 72.38% |
कुल्लू | 76.88% |
लाहौल-स्पीति | 73.09% |
मंडी | 74.89% |
शिमला | 72.05% |
सिरमौर | 78.00% |
सोलन | 76.38% |
ऊना | 77.28% |
कुल (रात 12 बजे तक) | 74.05% |
जिलावार सीटों पर कितना हुआ मतदान: शनिवार को हिमाचल की सभी 68 सीटों पर मतदान हुआ. चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के हिसाब से शनिवार रात 12 बजे तक जिलावार सीटों पर मतदान प्रतिशत इस प्रकार है. (Himachal Voting Percentage 2022)(District Wise Voting Percentage in Himachal)(Voting percentage in Himachal) (Voting percentage in Himachal assembly elections)(Himachal assembly elections 2022)(Himachal Voting Percentage).
जिला वार मतदान प्रतिशत
किन्नौर: जिले की इकलौती सीट पर 72.38 फीसदी वोटिंग हुई.
बिलासपुर: जिले में कुल 75.4 फीसदी मतदान हुआ. जिले में कुल 4 विधानसभा सीटे हैं जिनमें बिलासपुर सीट पर 75%, श्री नयना देवी जी सीट पर 80%, घुमारवीं में 73% और झंडूता में 73.6% वोटिंग हुई.
ऊना: जिले में कुल 77.28 फीसदी मतदान हुआ. जिले में कुल 5 विधानसभा सीटें हैं जिनमें चिंतपूर्णी में 68%, गगरेट में 66.44%, हरोली में 69.9%, ऊना में 65.25% और कुटलैहड़ में 68.7% मतदान हुआ.
मंडी: जिले में कुल 74.89% मतदान हुआ. जिले में कुल 10 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें बल्ह सीट पर 77%, द्रंग में 70.51%, जोगिन्दरनगर में 69%, करसोग में 76.53%, मंडी में 74%, नाचन में 79%, सरकाघाट में 68%, सराज में 82%, सुंदरनगर में 77.37% और धर्मपुर में 70.51% वोटिंग हुई.
चंबा: जिले में कुल 73.41 फीसदी मतदान हुआ. जिले में कुल 5 विधानसभा सीटें हैं इनमें से चुराह में 74.50%, भरमौर में 70.34%, चंबा में 71.47%, डलहौजी में 72.95% और भटियात में 70.33% मतदान हुआ.
शिमला: जिले में कुल 72.05 फीसदी मतदान हुआ. जिले में कुल 8 विधानसभा क्षेत्र हैं जिनमें चौपाल सीट पर 74.10%, ठियोग में 74.92%, कसुम्पटी में 68.20%, शिमला शहरी में 62.47%, शिमला ग्रामीण में 73.36%, जुब्बल-कोटखाई में 78.14%, रामपुर 73.22% और रोहड़ू में 72% वोटिंग हुई.
सिरमौर: जिले में कुल फीसदी 78 फीसदी वोटिंग हुई. जिले में 5 विधानसभा सीटे हैं. जिनमें शिलाई में 82%, श्री रेणुका जी में 78%, पच्छाद में 78%, पांवटा साहिब में 75%, नाहन में 78% मतदान हुआ.
सोलन: जिले में कुल 5 सीटे हैं, जिले में कुल 76.38 फीसदी मतदान हुआ. सोलन सीट पर 66%, कसौली में 78%, नालागढ़ में 78%, अर्की में 74.9% और दून में 85.2% वोटिंग हुई.
कांगड़ा जिला: प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा जिले में कुल 71.68 फीसदी मतदान हुआ. जिले में कुल 15 सीटें हैं जिनमें नूरपुर में 75.57%, इंदौरा में 72.38%, फतेहपुर में 70.88%, ज्वाली में 72.93%, देहरा में 70.94%, जसवां-परागपुर में 73.69%, ज्वालामुखी में 74.07%, जयसिंहपुर में 65.02%, सुलह में 70.28%, नगरोटा में 76.72%, कांगड़ा में 75.10%, शाहपुर में 73.33%, धर्मशाला में 68.51%, पालमपुर में 72.45% और बैजनाथ में 63.46% मतदान हुआ.
हमीरपुर: जिले में कुल 71.18% मतदान हुआ. हमीरपुर जिले में कुल 5 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से सुजानपुर में 73.66%, बड़सर में 71.17%, हमीरपुर में 68.90%, भोरंज में 68.07% और नादौन में 73.80% मतदान हुआ.
कुल्लू: जिले में कुल 76.88 फीसदी मतदान हुआ. जिसमें मनाली में 79.48%, कुल्लू में 75.46%, बंजार में 79.56%, और आनी में 73.89% वोटिंग हुई.
लाहौल स्पीति: जिले की इकलौती सीट पर पर 73.9% वोटिंग हुई.
2017 में कितना हुआ था मतदान: 2017 विधानसभा चुनाव में हिमाचल में 74.64% वोटिंग हुई थी. साल 2017 में जिलावार मतदान और इस बार हुए मतदान का प्रतिशत इस प्रकार है.
जिला | मतदान प्रतिशित (2022) (रात 12 बजे तक) | मतदान प्रतिशित (2017) |
बिलासपुर | 75.04% | 75.58% |
चंबा | 73.41% | 72.47% |
हमीरपुर | 71.18% | 70.19% |
कांगड़ा | 75.10% | 72.47% |
किन्नौर | 72.38% | 74.61% |
कुल्लू | 76.88% | 77.87% |
लाहौल-स्पीति | 73.09% | 73.40% |
मंडी | 74.89% | 75.21% |
शिमला | 72.05% | 72.68% |
सिरमौर | 78.00% | 81.05% |
सोलन | 76.38% | 77.44% |
ऊना | 77.28% | 76.45% |
कुल | 74.05% | 74.64% |
हिमाचल में 1977 के चुनाव से लेकर अब तक का मतदान प्रतिशत: हिमाचल प्रदेश में चार दशक के वोटिंग परसेंट ट्रेंड को देखें तो वर्ष 1977 के चुनाव में ये काफी कम रहा था. उस दौरान मतदान के कम रहने का एक कारण प्रदेश के इलाकों का दुर्गम होना और सड़कों की कमी भी रहा. बाद के समय में ग्रामीण इलाकों तक में सड़कों का विस्तार हुआ और वाहनों की उपलब्धता भी बढ़ी. यही कारण है कि साल-दर-साल मतदान का प्रतिशत भी बढ़ा.
वर्ष 1977 के चुनाव में प्रदेश में 58.57 फीसदी मतदान हुआ था. उसके बाद वर्ष 1982 के चुनाव में ये बढ़कर 71.06 फीसदी हो गया. अगले चुनाव में ये आंकड़ा घटकर 70.36 फीसदी हुआ. वहीं, वर्ष 1990 के चुनाव में देश भर में बेशक रामलहर थी, लेकिन हिमाचल में मतदान का प्रतिशत 70 प्रतिशत से नीचे आ गया. वर्ष 1990 के चुनाव में हिमाचल में 67.74 फीसदी मतदान हुआ. बाद में 1992 के मध्यावधि चुनाव में प्रदेश में 71.72 फीसदी मतदान हुआ. वर्ष 1998 के चुनाव में भी कमोबेश यही आंकड़ा था, उस समय 71.23 फीसदी मतदान हुआ. वर्ष 2003 के चुनाव में 74.51 फीसदी, 2007 के चुनाव में 71.61 फीसदी व 2012 के चुनाव में मतदान का प्रतिशत 73.51 रहा. अब वर्ष 2017 के मतदान ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.
2012 में निचले पायदान पर रहा था हमीरपुर: साल 2012 में विधानसभा चुनाव में प्रदेश के सबसे अधिक साक्षर जिला हमीरपुर में लोग मतदान करने के मामले में सबसे पीछे रहे थे. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में हमीरपुर जिले में सबसे कम 68.04 फीसदी मतदान हुआ था. हालांकि 2017 में स्थिति में सुधार आया.
2017 में सिरमौर ही था सिरमौर: सिरमौर में वर्ष 2012 के चुनाव में 79.93 फीसदी मतदान रहा था. 2017 विधानसभा चुनाव में सिरमौर जिले में मतदाओं की संख्यया 3,12,135 थी. वर्ष 2012 के चुनाव में कांगड़ा जिले में सबसे अधिक 10,89,325 मतदाता थे.
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