शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रही. कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में अपने स्टार प्रचारकों को उतारा भी नहीं था. स्टार प्रचारकों में प्रियंका गांधी बड़े चेहरे के रूप में थीं. लेकिन बीजेपी इस मामले में काफी आगे रही. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा और यूपी के सीएम योगी आदित्यानाथ तक ने प्रचार की बागडोर संभाल रखी थी. विस्तार से जानिए बीजेपी के स्टार प्रचारकों का सीटों पर कितना जादू चला. (Himachal assembly election result 2022 ) (election result 2022) (BJP star campaigners in himachal assembly election)
पीएम मोदी की 4 रैलियां: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार 4 बड़ी रैलियां हिमाचल में की थीं. इनमें दो रैलियां 1 दिन में सोलन और सुंदरनगर में की गई. मंडी, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिलों की 15 सीटों के प्रत्याशी, मौजूदा विधायक और अन्य पदाधिकारी समर्थक इस दौरान मोदी के साथ सुंदरनगर पहुंचे थे. वहीं, 9 नवंबर को शाहपुर और सुजानपुर में 2 रैलियां प्रधानमंत्री ने की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं, उनके लिए भी हिमाचल का चुनाव प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ था. (PM Modi four rallies in Himachal)
सोलन में नहीं खिला कमल: पीएम नरेंद्र मोदी ने सोलन में रैली की और जिले की पांच सीटों को साधने की कोशिश की लेकिन यहां बीजेपी अपना खाता तक नहीं खोल सकी. सोलन (SC) सीट पर कांग्रेस ने कब्जा किया. धनीराम शांडिल्य ने यहां से जीत दर्ज की. बीजेपी के प्रत्याशी राजेश कश्यप की हार हुई. वहीं अर्की से कांग्रेस के संजय अवस्थी, दून से कांग्रेस प्रत्याशी रामकुमार, कसौली (SC) सीट से विनोद सुल्तानपुरी ने जीत दर्ज की. वहीं, नालागढ़ सीट से निर्दलीय प्रत्याशी किशन लाल ठाकुर ने जीत हासिल की.
हमीरपुर में बीजेपी नहीं खोल सकी खाता: पीएम मोदी ने हमीरपुर जिले के सुजानपुर में भी रैली की थी और सभी 5 सीटों को साधने की कोशिश की थी. मगर यहां भी सोलन जैसा ही हाल हुआ. हमीरपुर में भी बीजेपी का खाता नहीं खुला. 5 में से 4 पर कांग्रेस जबकि 1 पर निर्दलीय की जीत हुई. कांग्रेस ने जिन सीटों पर कब्जा किया वे इस प्रकार से हैं. बड़सर से इंदर दत्त लखनपाल, नादौन से सुखविंदर सिंह सुक्खू, सुजानपुर से राजेंदर सिंह. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी आशीष शर्मा ने हमीरपुर सीट पर कब्जा किया. जबकि भोरंज(SC) सीट पर भी कांग्रेस ने कब्जा किया है.
मंडी जिले की 10 सीटों पर बीजेपी का प्रदर्शन: मंडी जिले में पीएम मोदी की अपील रंग लाई. मंडी सीट से बीजेपी प्रत्याशी राकेश कुमार ने जीत दर्ज की. वहीं मंडी की 10 सीटों में से 9 पर बीजेपी ने कब्जा किया जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में गई.
कुल्लू में रहा बराबरी का मुकाबला: कुल्लू में बीजेपी और कांग्रेस बराबरी पर रही. दो पर बीजेपी और दो पर कांग्रेस का कब्जा हुआ. बीजेपी के खाते में आनी (SC) और बंजार सीट गई. लोकेंद्र कुमार और सुरेंदर शौरी ने जीत हासिल की. जबकि कांग्रेस ने कुल्लू और मनाली सीट पर कब्जा किया. सुंदर सिंह और भुवनेश्वर गौड़ ने जीत हासिल की.
बीजेपी नहीं बचा पाई लाहौल स्पीति : पीएम मोदी ने भले ही चार रैलियां की लेकिन इन चार रैलियों के जरिए सभी विधानसभा सीटों को साधने की कोशिश की गई. मोदी ने अपनी रैली के जरिए लाहौल स्पीति के प्रत्याशी के लिए भी प्रचार किया था. यह एक सीट भी बीजेपी के लिए खास थी लेकिन पीएम मोदी की अपील का यहां असर नहीं हुआ और कांग्रेस प्रत्याशी रवि ठाकुर ने जीत हासिल की. 2017 में लाहौल स्पीति से बीजेपी उम्मीदवार डॉक्टर रामलाल मारकंडा ने जीत दर्ज की थी.
कांगड़ा की 15 सीटों पर नहीं हुआ असर: पीएम मोदी ने कांगड़ा के शाहपुर में रैली की और मतदाताओं से वोट की अपील की थी लेकिन कांगड़ा जिले में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा. बीजेपी की कई सीटिंग सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया. इस बार कांग्रेस ने कांगड़ा जिले की 10 सीटों पर कब्जा किया है, जबकि बीजेपी के खाते में 4 सीटें गई हैं और 1 पर निर्दलीय ने कब्जा किया है. बीजेपी के जसवां परागपुर से बिक्रम सिंह, कांगड़ा से पवन कुमार काजल, नूरपुर से रणवीर सिंह और सुलह से विपिन सिंह परमार ने जीत हासिल की है.
वहीं, आजाद प्रत्याशी के तौर पर देहरा से होशियार सिंह ने जीत हासिल की है. कांग्रेस ने जिन सीटों पर कब्जा किया वो इस प्रकार से हैं. बैजनाथ (SC) सीट से किशोरी लाल, धर्मशाला से सुधीर शर्मा, फतेहपुर से भवानी सिंह पठानिया, इंदौरा (SC) से मलेंदर राजन, जयसिंहपुर(SC) यादवेंदर गोमा, ज्वालामुखी से संजय रतन, जवाली से चंदेर कुमार, नगरोटा से आरएस बाली, पालमपुर से आशीष बुटैल और शाहपुर से केवल सिंह पठानिया ने जीत दर्ज की है. (Kangra Assembly Seat Result 2022)
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने की थी 16 रैलियां: सीएम योगी ने हिमाचल में कुल 16 जनसभाएं कीं. योगी आदित्यनाथ ने दो नवंबर को पहली तीन सभाएं की थीं. उसके बाद चार नवंबर, सात नवंबर, आठ नवंबर को भी तीन-तीन जनसभाएं की और दस नवंबर को चार सभाओं को संबोधित किया. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले दो नवंबर को बड़सर विधानसभा से पार्टी प्रत्याशी माया शर्मा, सरकाघाट से प्रत्याशी दलीप सिंह ठाकुर व कसौली के जयराम सरकार में मंत्री राजीव सैजल के पक्ष में जनसभा की. उसके बाद चार नवंबर को प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा की जवाली सीट पर संजय गुलेरिया, घुमारवीं से प्रत्याशी राजेंद्र गर्ग के समर्थन में सभा को संबोधित किया.
इसके बाद वे सात नवंबर को ऊना आए और हरोली में पार्टी प्रत्याशी रामकुमार के लिए वोट अपील की. फिर मंडी की द्रंग सीट पर पूर्ण चंद ठाकुर के पक्ष में वोट मांगा और अंत में सोलन जिला के दून में पार्टी प्रत्याशी परमजीत सिंह पम्मी के लिए जनसभा की. आठ नवंबर को उन्होंने पालमपुर से त्रिलोक कपूर, आनी से लोकेंद्र कुमार और ठियोग से अजय श्याम के पक्ष में जनसभाएं कीं. इसी तरह आखिर में 10 नवंबर को बंजार, बल्ह, नाचन व गगरेट में जनसभाएं की.
हिमाचल में कितनी सफल हुई योगी की रैली: उत्तर प्रदेश की सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिन प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया था उनमें से सात प्रत्याशी अपनी सीट नहां बचा पाए. हमीरपुर की बड़सर से माया शर्मा की हार हुई. कसौली से बीजेपी के राजीव सैजल हार गए. जवाली से बीजेपी के संजय गुलेरिया भी हार गए. घुमारवीं से प्रत्याशी राजेंद्र गर्ग हारे. हरोली में पार्टी प्रत्याशी रामकुमार की हार.दून से बीजेपी प्रत्याशी परमजीत सिंह पम्मी हार गए हैं. गगरेट सीट से राजेश ठाकुर की हार हुई. हालांकि चार सीटों पर जीत हुई. सरकाघाट से बीजेपी के दिलीप ठाकुर जीत गए हैं. द्रंग सीट से पूर्ण चंद ठाकुर जीत गए हैं. बंजार से सुरेंद्र शौरी ने जीत दर्ज की है. बल्ह से बीजेपी के इंदर सिंह की जीत.
गृह मंत्री अमित शाह की 11 रैलियां: 15 अक्टूबर को अमित शाह ने सिरमौर के सतौन में हाटी आभार रैली को संबोधित किया था. 6 नवंबर को अमित शाह ने तीन रैलियां की. केंद्रीय मंत्री अमित शाह 6 नवंबर को सुबह नगरोटा विधानसभा क्षेत्र पहुंचे. उन्होंने ठारू ग्राउंड में पार्टी प्रत्याशी अरुण कुमार के पक्ष में चुनावी सभा की. दोपहर बाद जसवां परागपुर के नकीखड्ड में उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर के पक्ष में रैली की. इसके बाद वह ऊना में मैहतपुर टैक्सी स्टैंड में पार्टी प्रत्याशी सतपाल सिंह सत्ती के पक्ष में जनता से वोट मांगते दिखे. (Amit Shah rally in Nagrota)
अमित शाह की रैली का प्रभाव : अमित शाह ने की रैली का भी कुछ खास असर नहीं हुआ. अमित शाह ने सिरमौर में रैली की और जिले की 5 सीटों को साधने का प्रयास किया था लेकिन 5 में से सिर्फ 2 सीट ही बीजेपी जीत पाई. वहीं नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में अरुण कुमार कूका के पक्ष में प्रचार करने के बावजूद सीट हाथ से निकल गई. हालांकि जसवां परागपुर और ऊना से बीजेपी की जीत हुई. लेकिन जिलेवार परिणाम देखें तो कांगड़ा और ऊना जिले की सीटों पर बीजेपी का जादू नहीं चला.
जेपी नड्डा की 20 सभाएं: चंबा के डलहौजी में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीजेपी प्रत्याशी डीएस ठाकुर के पक्ष में प्रचार किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना भी साधा. 3 नवंबर को सलूणी के ऐतिहासिक चौगान और ऊना के कुटलैहड़ में रैली की. 4 नवंबर को मंडी जिले के धर्मपुर में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीजेपी प्रत्याशी रजत ठाकुर के पक्ष में प्रचार किया. 5 नवंबर को नड्डा ने त्रिलोक जम्वाल के पक्ष में बिलासपुर के बैहना जट्टां में रैली की. वहीं 6 नवंबर को सोलन विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी राजेश कश्यप के लिए लोगों से जन समर्थन मांगा. 7 नवंबर को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शिमला के रामपुर में भाजपा प्रत्याशी कौल सिंह नेगी के पक्ष में प्रचार किया. 10 नवंबर को नड्डा ने कांगड़ा के फतेहपुर में बीजेपी प्रत्याशी राकेश पठानिया के पक्ष में चुनावी सभा की.
जेपी नड्डा ने लगा दिया था पूरा जोर लेकिन...: हिमाचल में जेपी नड्डा की प्रतिष्ठा दांव पर थी और उन्होंने प्रत्याशियों के लिए 20 सभाएं भी कर डाली थी. नड्डा के चंबा के डलहौजी में प्रचार का असर देखने को मिला. डलहौजी से बीजेपी प्रत्याशी डीएस ठाकुर ने जीत दर्ज की. जिले की पांच में तीन सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया लेकिन बीजेपी के हाथ से उसकी दो सीटिंग सीट निकल गई. भतियात और चंबा सीट कांग्रेस ने झटक लिया. धर्मपुर से बीजेपी प्रत्याशी रजत ठाकुर की जीत हुई. बिलासपुर जेपी नड्डा का गृह जिला होने के नाते काफी अहम था. बिलासपुर सीट से नड्डा ने त्रिलोक जम्वाल के पक्ष में रैली की थी और बीजेपी इस सीट को जीतने में कामयाब रही.सोलन विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी राजेश कश्यप हार गए.शिमला के रामपुर में भाजपा प्रत्याशी कौल सिंह नेगी की हार हुई. कांगड़ा के फतेहपुर से बीजेपी प्रत्याशी राकेश पठानिया को भी हार झेलनी पड़ी.
सीएम जयराम की 34 जनसभा: वहीं, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने पूरे प्रचार के दौरान 34 जनसभाओं को संबोधित किया. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नादौन और बड़सर में 2 जनसभाएं की. नादौन में विजय अग्निहोत्री के पक्ष में चुनाव प्रचार किया और बड़सर में पार्टी प्रत्याशी माया शर्मा के पक्ष में चुनाव प्रचार किया. वहीं सभी रैलियों की बात की जाए तो 249 जनसभाएं और रैलियां विभिन्न नेताओं द्वारा हिमाचल में की गई. (34 public meeting of CM Jairam) (249 public meetings of BJP in Himachal)