शिमला: प्रदेश के कई हिस्सों में वीरवार को हुई भारी बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं, राजधानी सहित ऊपरी क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने जमकर कहर बरपाया. शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि से सेब के पेड़ों को काफी नुक्सान हुआ है.
ठियोग, कोटखाई, आनी सहित कई हिस्सों में ओलावृष्टि हुई. ओले पड़ने से सेब की फ्लावरिंग को नुकसान हुआ हैं, वहीं सेब के पेड़ों के पत्ते भी झड़ गए. ओलावृष्टि ने बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. वहीं, शिमला शहर में भी दोपहर बाद बारिश और ओलावृष्टि हुई. शाम 6 बजे तक तेज हवाओं का दौर जारी रहा. तेज हवाओं के चलने से प्रदेश के कई जिलों में पेड़ों को भी काफी नुकसान हुआ है.
वीरवार को कांगड़ा में 11 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि शिमला में 9 एमएम बारिश हुई है. इसके अलावा सोलन, ऊना, कुल्लु सहित अन्य क्षेत्रों में भी बारिश का दौर जारी रहा. बारिश और ओलावृष्टि से तापमान में भी भारी गिरावट आई है. तापमान कम होने से लोगों को गर्मी से राहत भी मिली है. वहीं, निचले क्षेत्रों में हुई बारिश से किसान खुश है. बारिश के बाद किसान मक्की और सब्जियों की बिजाई में जुट गए हैं.
बता दें कि शिमला में देर शाम तापमान 28 डिग्री से 16 डिग्री तक पहुंच गया. मौसम विभाग ने अगले दो दिन भी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है, जिससे तापमान में भी कमी आई है. उन्होंने कहा कि आगामी दो दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे अधिकतर क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक ऊपरी इलाकों में ओलावृष्टि जारी रही तो बागवानों को भारी नुकसान होगा.