शिमला: हिमाचल में तीन दिन से जारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण बागवानों और किसानों को भारी नुकसान हुआ है. खासकर ओलावृष्टि की वजह से सेब के बागीचों में भारी तबाही हुई है . हिमाचल के बागवानी मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह ने केंद्र सरकार से नुकसान की भरपाई का आग्रह किया है.
कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने प्रदेश के विभिन्न भागों में फसलों, फलों और सब्जियों को हुए नुकसान के वीडियो तैयार कर केंद्रीय कृषि सचिव व अन्य संबंधित मंत्रालयों को भेजे हैं. साथ ही उन्होंने प्रदेश के बागवानों व किसानों से कहा है कि मुसीबत के इस समय में प्रदेश सरकार भी उनके साथ है और नुकसान की भरपाई के लिए हर संभव सहायता करेगी.
गेहूं की फसल को पहुंचा नुकसान
बता दें कि सेब के बगीचों में यह समय फ्लावरिंग का है. ओलावृष्टि से फूल आने की प्रक्रिया बुरी तरह से प्रभावित हुई है. यही नहीं ऊंचाई वाले इलाकों के बगीचों में बर्फबारी से व्यापक नुकसान हुआ है. इसी तरह मैदानी इलाकों में गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है. साथ ही खेतों में लगाई गई बेमौसमी सब्जियों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है. महेंद्र सिंह ने कहा कि सभी जिलों के डीसी, एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व विभाग और कृषि-बागवानी विभाग के अधिकारियों को नुकसान का जायजा लेने को कहा गया है.
प्रारंभिक आकलन के अनुसार बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि से प्रदेश में 5 करोड़ 90 लाख का नुकसान हुआ है.
बता दें कि कोरोना काल में बहुत से लोगों का रोजगार छिना था. रोजगार छिनने के बाद बहुत से युवाओं ने खेतीबाड़ी की तरफ रुख किया था. कोरोनाकाल में किसान-बागवान खेतीबाड़ी से कुछ आय की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन इस बार मौसम की मार ने किसानों-बागवानों की कमर तोड़ कर रखी दी है.
ये भी पढ़ेंः हिमाचल में नहीं लगा है नाइट कर्फ्यू, सोशल मीडिया पर फैली गलत खबर