शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून अबकी बार कहर बरपा रहा है. मूसलाधार बारिश से सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं सहित निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है. प्रदेश में मानसून में अब तक 5691 करोड़ का नुकसान हो चुका है. प्रदेश में 7902 परिवारों के मकान भी इस बारिश में क्षतिग्रस्त हुए हैं. बारिश से होने वाले हादसों में 190 लोगों की जानें भी गई हैं. वहीं, प्रदेश में अभी भी 364 सड़कें बाधत हैं. सड़कों के बंद होने से कई इलाकों में लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं. सड़कों के साथ पानी की परियोजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. इसके अलावा कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो रही है.
अब तक ₹5691 करोड़ का नुकसान: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से लोक निर्माण विभाग को 1962 करोड़ का नुकसान हुआ है. सैकड़ों सड़कों के साथ करीब 90 पुलों को भी क्षति पहुंची है. जबकि 19 पुल बाढ़ में बह गए हैं. प्रदेश में करीब 364 सड़कें बाधित हैं. इनमें 206 सड़कें लोक निर्माण विभाग शिमला जोन और 129 सड़कें मंडी जोन की बंद पड़ी हैं. कांगड़ा जोन में 24 और हमीरपुर जोन के तहत 4 सड़कें बंद हैं. इसके अलावा कुछ राजमार्ग भी बारिश से बाधित हो रहे हैं. विभाग ने करीब 904 टिप्पर, जेसीबी और अन्य मशीनें तैनात कर रखी हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश से फिर से सड़कें फिर से बाधित हो रही हैं.
8439 जल परियोजनाएं क्षतिग्रस्त: मानसून की भारी बारिश से पानी की परियोजनाओं को भी क्षति पहुंची है. पानी की लाइनें और जल स्रोत भूस्खलन होने से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मानसून में जल शक्ति विभाग की करीब 8439 योजनाओं को बरसात से क्षति पहुंची है. इनमें 6659 पेयजल की हैं. हालांकि विभाग ने इनमें से 6425 परियोजनाएं अस्थाई तौर पर बहाल कर दी हैं. इसके अलावा सिंचाई की 1524 फ्लड कंट्रोल की 181 व सीवरेज की 68 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.
जल शक्ति विभाग को भारी नुकसान: भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को करीब अब तक 1543 करोड़ का नुकसान आंका गया है. इसके अलावा प्रदेश बिजली बोर्ड को भी करीब 1505 करोड़, कृषि को करीब 167 करोड़ और बागवानी को करीब 144 करोड़ का नुकसान हुआ है. शहरी विकास विभाग को करीब 88 करोड़ का नुकसान बारिश ने पहुंया है.
7902 परिवारों का घर क्षतिग्रस्त: भारी बारिश से अबकी बार सैंकड़ों मकान भी भूस्खलन व फ्लड की चपेट में आ गए. प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 7902 परिवारों के आशियाने बारिश से उजड़ गए. जिनमें 706 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं. प्रदेश में 244 दुकानें भी भारी बारिश में क्षतिग्रस्त हुई हैं. प्रदेश में 2236 से ज्यादा गौशालाएं भी ढह गईं. बारिश में होने वाले हादसों की वजह से 190 जानें भी गई हैं.
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