शिमला: प्रदेश के किसान और बागवान पहले से ही परेशान हैं. अब इस मुश्किल घड़ी में कोरोना प्रदेश भर में खराब मौसम एक बार फिर बागवानों और किसानों पर कहर बन कर टूट रहा है. ऊपरी शिमला के कुमारसेन तहसील के कोटगढ़ में भारी ओलावृष्टि ने बागवानों को भारी क्षति पहुंचाई है. ओलावृष्टि से सेब की फ्लावरिंग को भारी नुकसान हुआ है.
आसमान से बरसी इस आफत ने दस मिनट में ही बागवानों की साल भर की महेनत पर पानी फेर दिया. यह ओलावृष्टि अधिकतर को पूरे कोटगढ़ क्षेत्र में हुई है. भारी ओलावृष्टि से सेब के पौधों में लगे फूल झड़ गए. जिसके बागवानों को भी गहरा धक्का लगा है.
बता दें कि हिमाचल में लगातार आसमान से बागवानों और किसानों के लिए मुसीबत बरस रही है. बीते दिनों भी कुमारसैन तहसील की कोटगढ़ पंचायत में लगातार ओलावृष्टि होने से बागवानों को भारी नुकसान हुआ था.
सहकार सभा कोटगढ़ के महासचिव मनजीत चौहान बताया कि आज कोटगढ़ क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि हुई है. जिससे बागवानों और किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है. ऐसे में सरकार को बागवानों की नष्ट हुई सेब और अन्य फसल का मुआवजा देने चाहिए ताकि बागवान अपना घर चला सके.
ये भी पढ़ें: कोटखाई में खाई में गिरने से युवक की मौत, पैदल जाते समय हुआ हादसा
ये भी पढ़ें: महामारी विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. ओमेश भारती से खास बातचीत, जानिए कोरोना संकट में कैसे बढ़ाएं इम्यूनिटी