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IGMC में दोनों किडनी ट्रांसप्लांट सफल, डोनर और रिसीवर की हालत में सुधार

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट के डोनर और रिसीवर की हालत में लगातार सुधार हो रहा है. ट्रांसप्लांट के तीसरे दिन बुधवार को चारों की सेहत काफी बेहतर दिखी.

आईजीएमसी
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Published : Aug 14, 2019, 8:34 PM IST

शिमला: किडनी ट्रांसप्लांट के बाद आईजीएमसी में भर्ती डोनर और रिसीवर की हालत में लगातार सुधार हो रहा है. डॉक्टर्स की टीम ने सुबह और शाम चारों मरीजों की हालत का जायजा लिया. हालांकि, ट्रांसप्लांट के तीसरे दिन बुधवार को डोनर और रिसीवर सभी कुछ देर तक बैड पर भी बैठे.

बता दें कि बुधवार को चारों की सेहत काफी बेहतर दिखी. उन्होंने अपने परिजनों से हल्की बात भी की. डॉक्टर्स का कहना है कि समय बीतने के साथ-साथ उनकी हालत में सुधार हो रहा है. ऑपरेशन सक्सेस होने के चांसिज भी काफी बढ़ चुके हैं.

डॉक्टर्स का कहना है कि ट्रांसप्लांट के बाद पहले 48 से 72 घटे काफी नाजुक थे, लेकिन अब वे समय निकल गया है. ऐसे में कहा जा सकता है कि ट्रांसप्लांट सफल रहा है.

ये भी पढे़ं-IGMC के इतिहास में फिर दर्ज हुई 12 तारीख, पहले ओपन हार्ट सर्जरी अब किया सफल किडनी ट्रांसप्लांट

आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जनक राज का कहना है कि किडनी ट्रांसप्लांट के पेशेंट्स की हालत अब लगातार ठीक हो रही है. अब वे पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं. डॉक्टर्स की टीम ने उन पर लगातार निगरानी रखी है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सफल रहा है. डोनर व रिसीवर के लिए जो टाइम ज्यादा नाजुक था वे अब निकल चुका है.

बता दें कि प्रदेश में पहली बार आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. इसके लिए दिल्ली एम्स से डॉक्टर्स की 18 सदस्यीय टीम आईजीएमसी पहुंची थी. सोमवार सुबह 8 बजे से लेकर 11.15 बजे तक पहला किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. जबकि दूसरा ट्रांसप्लांट 11.30 बजे शरू किया गया. दोनों ऑपरेशन्स सफल रहे हैं.

पहले ऑपरेशन में मंडी जिला के 31 वर्षीय युवक को उसकी 55 वर्षीय मां ने किडनी डोनेट की. जबकि दूसरे ऑपरेशन में शिमला की 41 वर्षीय महिला को उसके 64 वर्षीय पिता ने किडनी डोनेट की.शुरुआती चरण में दोनों मरीजों का ट्रांसप्लांट, तमाम तरह के टेस्ट और दवाइयां मुफ्त दी जाएंगी. प्रदेश सरकार ने इसके लिए 15 लाख का बजट अस्पताल प्रबंधन को जारी किया है.

ये भी पढ़ें-प्रदेश के लिए खुशखबरी, IGMC में दोनों किडनी ट्रांसप्लांट ऑपरेशन सफल

शिमला: किडनी ट्रांसप्लांट के बाद आईजीएमसी में भर्ती डोनर और रिसीवर की हालत में लगातार सुधार हो रहा है. डॉक्टर्स की टीम ने सुबह और शाम चारों मरीजों की हालत का जायजा लिया. हालांकि, ट्रांसप्लांट के तीसरे दिन बुधवार को डोनर और रिसीवर सभी कुछ देर तक बैड पर भी बैठे.

बता दें कि बुधवार को चारों की सेहत काफी बेहतर दिखी. उन्होंने अपने परिजनों से हल्की बात भी की. डॉक्टर्स का कहना है कि समय बीतने के साथ-साथ उनकी हालत में सुधार हो रहा है. ऑपरेशन सक्सेस होने के चांसिज भी काफी बढ़ चुके हैं.

डॉक्टर्स का कहना है कि ट्रांसप्लांट के बाद पहले 48 से 72 घटे काफी नाजुक थे, लेकिन अब वे समय निकल गया है. ऐसे में कहा जा सकता है कि ट्रांसप्लांट सफल रहा है.

ये भी पढे़ं-IGMC के इतिहास में फिर दर्ज हुई 12 तारीख, पहले ओपन हार्ट सर्जरी अब किया सफल किडनी ट्रांसप्लांट

आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जनक राज का कहना है कि किडनी ट्रांसप्लांट के पेशेंट्स की हालत अब लगातार ठीक हो रही है. अब वे पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं. डॉक्टर्स की टीम ने उन पर लगातार निगरानी रखी है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सफल रहा है. डोनर व रिसीवर के लिए जो टाइम ज्यादा नाजुक था वे अब निकल चुका है.

बता दें कि प्रदेश में पहली बार आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. इसके लिए दिल्ली एम्स से डॉक्टर्स की 18 सदस्यीय टीम आईजीएमसी पहुंची थी. सोमवार सुबह 8 बजे से लेकर 11.15 बजे तक पहला किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. जबकि दूसरा ट्रांसप्लांट 11.30 बजे शरू किया गया. दोनों ऑपरेशन्स सफल रहे हैं.

पहले ऑपरेशन में मंडी जिला के 31 वर्षीय युवक को उसकी 55 वर्षीय मां ने किडनी डोनेट की. जबकि दूसरे ऑपरेशन में शिमला की 41 वर्षीय महिला को उसके 64 वर्षीय पिता ने किडनी डोनेट की.शुरुआती चरण में दोनों मरीजों का ट्रांसप्लांट, तमाम तरह के टेस्ट और दवाइयां मुफ्त दी जाएंगी. प्रदेश सरकार ने इसके लिए 15 लाख का बजट अस्पताल प्रबंधन को जारी किया है.

ये भी पढ़ें-प्रदेश के लिए खुशखबरी, IGMC में दोनों किडनी ट्रांसप्लांट ऑपरेशन सफल

Intro:
आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट रहा पूरी तरह सफल
डाेनर और रिसीवर की हालत में सुधार परिजनों को खुद को बताया स्वस्थ बताया
चिकित्स्कों क अनुसार 48 से 72 घंटे काफी थे नाजुक
शिमला।
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद आईजीएमसी में भर्ती डाेनर और रिसीवर की हालत में लगातार सुधार हाे रहा है। बुधवार काे उनकी सेहत काफी बेहतर दिखी। डाॅक्टराें की टीम ने सुबह और शाम दाेनाें टाइम चाराें की हालत का जायजा लिया। हालांकि ट्रांसप्लांट के तीसरे दिन बुधवार काे डाेनर और रिसीवर सभी कुछ देर तक बैड पर बैठे भी।
Body:उन्हाेंने अपने परिजनाें से हल्की बात भी की। उन्हाेंने परिजनाें काे बताया कि वह पहले से अब काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं। वहीं दूसरी और डाॅक्टराें का कहना है कि समय बीतने के साथ-साथ उनकी हालत में सुधार हाे रहा है और ऑपरेशन सक्सेस हाेने के चांसिज भी काफी बढ़ चुके हैं। डाॅक्टराें का कहना है कि ट्रांसप्लांट के बाद पहले 48 से 72 घंटे काफी नाजुक थे। मगर अब वह समय निकल गया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि ट्रांसप्लांट सफल रहा है।

Conclusion:इस बारे में आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅक्टर जनकराज का कहना है कि किडनी ट्रांसप्लांट के पेशेंट की हालत अब लगातार ठीक हाे रही है। अब वह पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं। डाॅक्टराें की टीम ने उन पर लगातार निगरानी रखी है। उन्हाेंने कहा कि ऑपरेशन सफल रहा है। डाेनर रिसीवर के लिए जाे टाइम ज्यादा नाजुक था वह अब निकल चुका है।
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