शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार बरसात कहर बनकर टूटी है. शिमला के समरहिल में शिव मंदिर पर हुए लैंडस्लाइड के कारण कई लोगों की जिंदगियां मलबे में दफन हो गई. शिमला शिव मंदिर हादसे में अब तक रेस्क्यू टीम द्वारा मलबे से 17 शव निकाले जा चुके हैं. जबकि पुलिस की मिसिंग रिपोर्ट के मुताबिक अभी भी 3 लोग लापता बताए जा रहे हैं. इस हादसे में बहुत से लोगों ने अपने परिवार को खोया है. जो जख्म शिमला में लैंडस्लाइड से उन्हें मिले हैं, वो शायद ही कभी भर पाएं.
मृतक के परिजनों से मिले स्वास्थ्य मंत्री: इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने भी समरहिल शिव मंदिर लैंडस्लाइड हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों से मुलाकात की और उनके प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की. इस हादसे में जान गंवाने वाले अमित ठाकुर के परिवार से स्वास्थ्य मंत्री ने मुलाकात की और उन्हें इस दुख की घड़ी में ढांढस बंधाया. उन्होंने कहा कि इस हादसे में कई लोगों ने जान गंवाई और कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है. बारिश और बर्बादी का दौर अभी और चलने वाला है, इसलिए सबको सजग रहने की जरूरत है.
हादसे में अब तक 17 शव बरामद: इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने मलबे की चपेट में आकर जान गंवाने वाले संजू ठाकुर के घर जाकर उनके पिता मोहन ठाकुर से मुलाकात की और उन्हें भी सांत्वना दी. इसके अलावा उन्होंने लापता नीरज ठाकुर के परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें हौसला दिया. उन्होंने कहा कि आपदा और दुख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ है. अभी तक 17 शव घटनास्थल पर मलबे से मिले हैं और बाकियों को ढूंढ़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
वन विभाग को दिए पेड़ काटने के निर्देश: इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने क्षेत्र का भी दौरा किया और जिला प्रशासन को घटनास्थल की रेकी करने के निर्देश दिए, ताकि आगामी दिनों में यहां किसी भी प्रकार के खतरे से लोगों को सुरक्षित रखा जा सके. इसके अलावा मंत्री ने फोरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों को क्षेत्र का दौरा कर संभावित खतरे वाले पेड़ों का आंकलन कर उन्हें जल्द काटने के निर्देश दिए.