रामपुर: हिमाचल प्रदेश में ठंड ने दस्तक दे दी है. हालांकि, दिन में कड़ी धूप रहती है, लेकिन सुबह और शाम होते ही सिहरन बढ़ जाती है. सर्दियों का मौसम अपने साथ स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी लेकर आता है जैसे गले में खराश, सर्दी-जुकाम, सीने में जकड़न व अन्य. ऐसे में ठंड के मौसम में अपना और अपनों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है और थोड़ी सी सावधानी बरत कर आप इन सभी समस्याओं से दूर रह सकते हैं. जिला शिमला के रामपुर आयुर्वेदिक अस्पताल के चिकित्सकों ने सर्दियों में अपनी देखभाल कैसे करें इसको लेकर टिप्स दिए हैं. (Health care in winter) (Rampur Ayurvedic Hospital)
रामपुर आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप शर्मा ने बताया कि ठंड बढ़ते ही अस्पताल में लगातार खांसी, जुकाम वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है. हर दिन अपना इलाज करवाने के लिए लगभग सो के करीब मरीज यहां पहुंच रहे हैं. ऐसे में उन्होंने लोगों से सर्दियों के मौसम में सेहत का विशेष ख्याल रखने को कहा है. उन्होंने कहा कि ठंड का मौसम रोगाणुओं के पनपने के लिए अनुकूल होता है और तापमान में गिरावट शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कम करता है. कुल मिलाकर, सर्दियों के मौसम में लोगों के बीमार पड़ने की आशंका काफी अधिक बढ़ जाती है. ऐसे में सभी लोगों को स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए. (Rampur Ayurvedic Medical Officer Dr Pradeep Sharma)
वहीं, आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी रामपुर डॉ. नीटू ने बताया सर्दियों के मौसम में बीमारियों से बचे रहने के लिए खाद्य पदार्थों का सही चयन करना बहुत आवश्यक होता है. इस मौसम में उन चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो. उन्होंने बताया की सर्दियों के मौसम में गर्म पानी का प्रयोग करना, विटामिन सी में आंवला, नीबू, संतरे का सेवन करना, मालीश के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल करना, आयुर्वेदिक काढ़े का प्रयोग करना, भाप का प्रयोग करना चाहिए. कहा कि इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग करने के लिए मौसम के हिसाब से ताजा हरी सब्जियों और फलों का सेवन करना चाहिए. (Ayurvedic Medical Officer Rampur Dr Neetu)
सर्दियों में इन बातों का रखें विशेष ख्याल-
- छोटे बच्चों और बुजुर्गों को बाहर की ठंडी हवा से बचना चाहिए, ज्यादा दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
- सर्दियों के मौसम में गर्म पानी का प्रयोग करें.
- सर्दियों के मौसम में विटामिन सी में आंवला, नीबू, संतरे का सेवन करें.
- मालीश के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल करें.
- अस्थमा के मरीज सुबह में गर्म बिस्तर से उठ कर तुरंत खुली हवा में जाएं, अन्यथा ठंड लग सकती है.
- अस्थमा के मरीज इन्हेलर और नैजल स्पे आदि का इस्तेमाल भी करते रहें.
- गले की खराश में गर्म पानी में नमक डाल कर कुल्ला करना फायदेमंद होता है.
- सर्दी सबसे ज्यादा सिर, कान और पैरों के जरिए शरीर में प्रवेश करती है, इसलिए अपने शरीर के इन हिस्सों को ठंडी हवाओं से बचाकर रखें.
- ठंडी चीजों और फ्रीज से निकले पदार्थ का उपयोग न करें.
- घर में या बाहर रोजाना 15-20 मिनट कसरत करें, ताकि शरीर से थोड़ा-बहुत पसीना जरूर निकले.
- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लहसुन, प्याज और मेवों का उपयोग करें.
- हरी पत्तेदार या मौसमी सब्जियों को डाइट में जरूर शामिल करें.
- सर्दी के मौसम में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करें.
- त्वचा को शुष्क होने व डिहाइड्रेशन से बचने के लिए सूप और अदरक, दालचीनी व तुलसी की चाय का सेवन करें. (Health care tips in winters)
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