शिमला: जिला शिमला में अपनी मांगों को लेकर 24 दिनों से करुणामूलक आश्रित क्रमिक अनशन पर बैठे हुए हैं. रविवार को रक्षाबंधन के त्योहार के दिन अनशन पर बैठे इन आश्रितों ने एक दूसरे को राखी बांधकर त्योहार भी मनाया. साथ ही प्रदेश सरकार से कैबिनेट की बैठक में आश्रितों को नौकरी देने का फैसला लेने की मांग की. चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार कैबिनेट की बैठक में उन्हें लेकर कोई फैसला नहीं लेती है तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे.
करुणामूल्क आश्रित राकेश शर्मा का कहना है कि पिछले 24 दिन से वे क्रमिक अनशन पर बैठे हैं, लेकिन ये सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही है. रक्षाबंधन के दिन भी घरों से दूर यहां अपने हक के लिए वे अनशन पर बैठने को मजबूर हैं. प्रदेश सरकार से केवल करुणामूलक आश्रितों को नौकरी देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांग नहीं मान रही हैं.
राकेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार रैलियां करने में व्यस्त हैं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर केवल आश्वासन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि 24 अगस्त को कैबिनेट की बैठक है, ऐसे में सरकार बैठक में करुणामूल्क आश्रितों के हक में फैसला लें और जब तक ये सरकार उनके लिए कोई घोषणा नहीं कर देती, तब तक वे अनशन जारी रखेंगे. साथ ही उप चुनावों में भी प्रदेश सरकार के खिलाफ रैलियां निकाली जाएंगी.
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