शिमला: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कैबिनेट में शामिल हुए नए मंत्रियों को शुभकामनाएं दी. इससे पहले राज्यपाल ने राजभवन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में सादे व गरिमापूर्ण समारोह में तीन नए मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई.
पावंटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुखराम, नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राकेश पठानिया व घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजिन्द्र गर्ग ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. मुख्य सचिव अनिल खाची ने कार्यवाही का संचालन किया. सामाजिक दूरी के मापदण्डों को ध्यान में रखते हुए शपथ ग्रहण समारोह सीमित लोगों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, शहरी विकास मंत्री सरवीन चैधरी, कृषि मंत्री राम लाल मारकंडा, ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, राज्य मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष पीएस राणा, मुख्य सूचना आयुक्त नरेन्द्र चौहान, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
सुखराम चौधरी का संक्षिप्त जीवन परिचय
पांवटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी का जन्म 15 अप्रैल, 1964 को गांव अमरगढ़ के पांवटा तहसील जिला सिरमौर में हुआ. वह वर्ष 2003 में हिमाचल प्रदेश विधान सभा में निर्वाचित हुए और दिसंबर, 2007 को फिर निर्वाचित हुए. सुखराम चौधरी नौ जुलाई, 2009 से दिसंबर 2012 तक मुख्य संसदीय सचिव मुख्यमंत्री के साथ कृषि एवं पशु पालन विभाग के लिए जुड़े. दिसंबर 2017 में तेरहवीं विधानसभा में पांवटा विधानसभा क्षेत्र से फिर से निर्वाचित हुए. इस दौरान वह कल्याण समिति के अध्यक्ष रहे.
राकेश पठानिया का संक्षिप्त जीवन परिचय
नुरपूर विधायक राकेश पठानिया पुत्र कर्नल काहन सिंह का जन्म 15 नवंबर, 1964 को गांव लदोड़ी जिला कांगड़ा में हुआ. राकेश पठानिया ने वर्ष 1991 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और जिला कांगड़ा के भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के अध्यक्ष रहे. भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राज्य सचिव और भाजपा राज्य कार्यकारिणी के सदस्य रहे.
यह वर्ष 1998 में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए और दिसंबर, 2007 में फिर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुने गए. वह वर्ष 1998-2003 तक पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रहे. दिसंबर 2017 में तेरहवीं विधानसभा के लिए तीसरी बार फिर से राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए. साथ ही लोक प्रशासन समिति के अध्यक्ष और लोक लेखा और नियम, पुस्तकालय और सुविधा समितियों के सदस्य भी रहे.
राजेन्द्र गर्ग का संक्षिप्त जीवन परिचय
राजेन्द्र गर्ग पुत्र बलदेव सिंह का जन्म 30 मई, 1966 को तंदोड़ा गांव, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश में हुआ. शिक्षा एमएससी (वनस्पति विज्ञान) 1990, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में से हुई. राजेन्द्र गर्ग 1982 में स्वयंसेवक बने और 1983 में एबीवीपी से जुड़े. 1986-87 तक एबीवीपी जिला बिलासपुर के संयोजक रहे.
1990-97 तक एबीवीपी के पूर्णकालिक संगठन सचिव (एमपी), 2000-06 तक प्रिंट मीडिया स्थानीय संवाददाता के रूप में कार्य किया. 2006-10 तक भाजपा प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के संयोजक, 2006-10 तक निदेशक हिमाचल प्रदेश राज्य शिक्षा बोर्ड, 2006-10 सदस्य एचपी तकनीकी शिक्षा बोर्ड और 2009-11 तक भाजपा राष्ट्रीय प्रशिक्षण सैल के सदस्य और वह दिसंबर, 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए.
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