शिमला: आचार्य देवव्रत 22 जुलाई से गुजरात के राज्यपाल का कार्यभार संभालेंगे. देवव्रत ने मंगलावर को शिमला में कहा कि अगर गुजरात के राजभवन में बार होगा तो उसकी जगह पर वो हवनकुंड बनाएंगे, जिसमें में वो खुद प्रतिदिन पूजा करेंगे.
देवव्रत ने कहा कि हिमाचल में उनका चार साल का कार्यकाल बहुत अच्छा रहा. प्रदेश के लोगों समेत उन्हें कांग्रेस और बीजेपी का साथ मिला है. वहीं, गुजरात का राज्यपाल बनाने पर उन्होंने पीए मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का धन्यावाद किया है.
राज्यपाल ने कहा कि उनके कार्यकाल में हिमाचल में विभिन्न तरह के अभियान चलाए गए, जिसमें स्वच्छ भारत, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, जल संरक्षण शामिल हैं, जिनको सार्थक करने के लिए प्रयास किया गया. आचार्य देवव्रत ने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य प्रदेश के किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करना रहा क्योंकि किसानों की आय को दोगुना करने और रासायनिक उर्वरकों के अत्याधिक प्रयोग से उत्पन्न हो रही अनेक बीमारियों से बचाव का ये एकमात्र साधन है.
आचार्य देवव्रत ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती को प्रदेश में सफल बनाने के लिए हरसंभव सहायाता प्रदान की है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश शांत वातावरण और स्वच्छ जलवायु के लिए जाना जाता है और मुझे यहां राज्यपाल के रूप में काम करने का मौक मिला, जिसकी यादों को वो जिंदगी भर संजोकर रखेंगे. बता दें कि कलराज मिश्र हिमाचल के नए राज्यपाल होंगे.