शिमला: हिमाचल में कर्ज को लेकर सियासत गर्मा गई है. प्रदेश सरकार पर 56 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है. वहीं, विपक्ष ज्यादा कर्ज के लिए जयराम सरकार पर आरोप लगा रही है. इसके जवाब में जयराम सरकार के मंत्री मुख्यमंत्री के बचाव में उतर आए है. पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कर्ज के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सरकार पर कर्ज लेकर बजट पेश करने करने के आरोप लगाए है.
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पूर्व की कांग्रेस शासनकाल मे सबसे ज्यादा कर्ज लिया गया है और उस कर्ज की किश्त देने के लिए सरकार को कर्ज लेना पड़ रहा है. पूर्व सरकार की ओर से टैक्स फ्री बजट पेश किया गया,लेकिन आय के स्त्रोत नही बढ़ाए गए. इसके चलते प्रदेश कर्ज के बोझ तले दब रहा है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कर्ज लेकर बजट पेश करने की पंरपरा शुरू न करती तो आज प्रदेश इतना कर्ज न होता. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने कहा था कि प्रदेश को उधार लेकर घी लेकर पीना है. प्रदेश में कांग्रेस कार्यकाल में ही सबसे ज्यादा कर्ज लिया गया है. ऐसे में कांग्रेस-बीजेपी पर कर्ज लेने का आरोप न लगाएं.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश पर साल दर साल कर्ज बढ़ रहा है. हिमाचल में कांग्रेस व बीजेपी सरकार चलाने के लिए हर साल कर्ज लेती रही है. हिमाचल पर 56 हजार करोड़ के करीब का कर्ज हो गया है. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि जयराम सरकार ने दो साल में ही 9 हजार करोड़ से ज्यादा कर्ज लिया है. प्रदेश में कर्ज लेने की रफ्तार ऐसे ही चलती रही तो आने वाले समय मे हिमाचल पूरी तरह से कर्ज में डूब जाएगा.
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