शिमला: प्रदेश में मार्च महीने से बंद बड़े मंदिरों के कपाट अब जल्द ही खुल सकते हैं. मंदिरों को खोलने को लेकर सरकार की ओर से तैयारी की जा रही है. इसके लिए एसओपी बनाने का काम भी भाषा कला एवं संस्कृति विभाग को सौंपा गया है. विभाग को जल्द से जल्द एसओपी बनाने के निर्देश सरकार की ओर से दिए गए हैं. जिसके आधार पर प्रदेश के बड़े मंदिरों के साथ ही सभी छोटे मंदिरों को खोला जा सकें.
अनलॉक के चौथे चरण में मंदिरों को खोलने को लेकर सरकार ने विचार किया है, हालांकि इससे पहले भी कई मर्तबा इस विषय पर चर्चा की गई और सरकार मंदिरों को खोलने को लेकर तैयार भी हुई थी, लेकिन तैयारियां पूरी ना होने के चलते मंदिर नहीं खोले गए.
अब जब अनलॉक-4 की गाइडलाइंस जारी कर दी गई हैं, ऐसे में सरकार प्रदेश के लोगों की उस मांग को भी ध्यान में रख रही है. जिसमें लोग मंदिरों को खोलने को लेकर मांग कर रहे थे. लोगों का कहना है कि जिस तरह से पर्यटकों के लिए प्रदेश की सीमाएं खोली गई हैं. उसके लिए एसओपी तैयार कर नियम बनाए गए हैं तो उसी तरह से मंदिरों को खोलने को लेकर भी सरकार पहल करें. इसके लिए एसओपी तैयार की जाए, जिससे तय नियमों के तहत ही मंदिरों को खोला जाए और लोग मंदिरों में आकर भगवान के दर्शन करने के साथ ही उनकी पूजा-अर्चना भी कर सके. ऐसे में अब आने वाले नवरात्रों तक मंदिरों के खुलने के आसार नजर आ रहे हैं.
अक्टूबर महीने में शारदीय नवरात्र की शुरुआत होने वाली है और इस दौरान प्रदेश के शक्तिपीठों के साथ ही सभी छोटे-बड़े मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. इसी को देखते हुए सरकार एसओपी में इस तरह के नियमों को शामिल करेगी, जिससे मंदिरों में ज्यादा भीड़ एकत्र ना हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग मंदिरों में जाकर दर्शन और पूजा-अर्चना कर सकें.
बता दें कि कोविड-19 के संकट को देखते हुए सबसे पहले प्रदेश में मंदिरों के द्वार बंद किए गए थे. मार्च माह में मंदिर बंद कर दिए गए थे और जब अनलॉक हुआ तो धीरे-धीरे सभी चीजें खोल दी गई, लेकिन मंदिरों के द्वार अभी तक प्रदेश में बंद है.
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